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टीम इंडिया लड़खड़ाई, बने 194 रन

३ जून २०१०

जिम्बाब्वे के खिलाफ भारतीय क्रिकेट टीम की पारी फिर लड़खड़ा गई और तीसरे वनडे मैच में वह सिर्फ 194 रन ही बना पाई. वह तो भला हो रवींद्र जडेजा का, जिन्होंने आखिरी मौके पर अच्छा अर्धशतक बना दिया.

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तस्वीर: AP

जडेजा के 51 रन की मदद से भारतीय क्रिकेट टीम तीन देशों के वनडे टूर्नामेंट में नौ विकेट के नुकसान पर 194 रन का स्कोर बना पाई, जो जाहिर तौर पर अच्छा स्कोर नहीं है. जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले मैच में भारत को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था. जिम्बाब्वे को यह मैच जीतने के लिए 50 ओवर में अब 195 रन बनाने हैं.

हरारे में खेले जा रहे वनडे मैच में एम विजय और मुरली कार्तिक ने टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत दी और पहले विकेट लिए 58 महत्वपूर्ण रन जोड़े. हालांकि इसके लिए टीम ने 16 ओवर से ज्यादा का वक्त ले लिया और यहीं से टीम पर दबाव बढ़ने लगा. सबसे पहले कार्तिक 33 रन बना कर आउट हुए और फिर विजय भी जल्दी चलते बने. विराट कोहली और रोहित शर्मा पर टीम इंडिया का स्कोर बढ़ाने की जिम्मेदारी थी, जो वह पूरा नहीं कर पाए.

भारत की आधी टीम 95 रन के स्कोर पर पैविलियन लौट चुकी थी. कप्तान सुरेश रैना और रोहित शर्मा तीन रन के अंदर रन आउट हो गए. बल्लेबाजों में तालमेल की कमी के बीच रवींद्र जडेजा ने पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन दूसरी तरफ से उन्हें सहयोग नहीं मिल पाया. यूसुफ पठान सहित बाकी के बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए और भारतीय टीम निर्धारित 50 ओवर में सिर्फ 3.88 के रन औसत से 194 रन बना पाई.

तीन देशों के इस टूर्नामेंट में भारत, श्रीलंका और जिम्बाब्वे की टीमें हैं. तीनों ही देश एक एक मैच हार और एक एक जीत चुके हैं. ऐसे में आज का मुकाबला जीतने वाली टीम के लिए फाइनल का रास्ता साफ हो जाएगा. लेकिन भारत की खराब बल्लेबाजी के बाद उसकी मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं.

इस टूर्नामेंट में भारत की दूसरे स्तर की टीम खेलने गई है. नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे खिलाड़ी टीम में नहीं हैं. सुरेश रैना की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम के सामने ट्वेन्टी 20 क्रिकेट वर्ल्ड कप में मिली हार को धोने की जिम्मेदारी है. जल्दी ही एशियाई क्रिकेट टीमों को एशिया कप में भी खेलना है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः ए कुमार