टीम इंडिया दुरुस्त, आखिरी सांस लेता पहला टेस्ट
८ नवम्बर २०१०अच्छे मौसम में दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों वाली भारत की टीम 15 रनों पर चार विकेट खो चुकी थी, जब लक्ष्मण और कप्तान धोनी की 50 रनों की साझेदारी से उसे ऑक्सीजन मिली. धोनी भी 22 रनों के व्यक्तिगत स्कोर पर आउट हुए थे. चौथे दिन के अंत में लक्ष्मण 34 और हरभजन 12 रनों पर खेल रहे थे. भारत का स्कोर था 6 विकेट पर 82 रन, यानी 110 रनों की बढ़त.
पांचवे दिन के खेल में नतीजे की तीनों संभावनाएं मौजूद थी. लेकिन पहले सधी हुई, और फिर भज्जी की आतिशबाजी के अंदाज में बल्लेबाजी के साथ भारतीय टीम ने अब तक बिना कोई विकेट खोए स्कोर को 212 रनों तक पहुंचा दिया है. लक्ष्मण के 88 रनों में 9 चौके शामिल हैं, भज्जी के 85 रनों में 9 चौकों के अलावा एक छक्का.
जोखिम के साथ पारी की घोषणा का नतीजा सोबर्स और स्टीव वॉ सरीखे कप्तान झेल चुके हैं. भारतीय कप्तान धोनी अपनी किस्मत का रिकॉर्ड बनाए रखना चाहते हैं. भारतीय पारी जारी है, टीम इंडिया का हारने का खतरा टल चुका है. लेकिन यह न हारना क्या कोई न हारना है?
रिपोर्ट: उज्ज्वल भट्टाचार्य
संपादन: ए कुमार