जुड़ते जिंदगी के तार
हैयान तूफान के कारण फिलीपींस के नौ प्रांतों में तबाही के बाद बिजली और साफ पानी सबसे बड़ी मुश्किल है. जिंदगी की ओर जाने वाला रास्ता मलबे और असुविधाओं से भरा है. देखें तस्वीरों में...
सिर पर छत नहीं
फिलीपींस में तूफान के बाद टूटी छतों वाले मुंह चिढ़ाते घरों के मंजर आम हैं. लोगों को बस किसी छत की तलाश है. फिलहाल शिविरों में उन्हें पनाह मिल रही है लेकिन बिजली का ना होना सबसे बड़ी समस्या बना हुआ है.
आमदनी का जरिया
डीजल से चलने वाले जनरेटरों की मदद से थोड़ी बहुत बिजली मिल रही है. मोबाइल फोन चार्ज करने का जरिया भी यही है. इस परिवार का जनरेटर तूफान में बर्बाद होने से बच गया जो कि फिलहाल इनकी आमदनी का जरिया है.
टूटे बिजली के तार
फिलीपींस तूफान प्रभावित इलाकों में बिजली नहीं है. सेबू के आधे से ज्यादा खंबे तूफान में उखड़ गए. खासकर दानबंतायान इलाके में तो 2000 में से 17 खंभे ही बचे हैं.
काम जारी
टियू (तस्वीर में) का काम है जल्द से जल्द बिजली के खंभों को दुरुस्त करना. टियू सेबेको नाम की उर्जा कंपनी के प्रमुख हैं. उत्तरी सेबू के 120000 घरों में बिजली इसी कंपनी से आती थी. फिलहाल तो दूसरों की तरह टियू के अपने घर में भी बिजली नहीं है.
महत्वाकांक्षी योजना
तूफान के दूसरे ही दिन सेबेको के कर्मचारी काम में जुट गए थे. वे क्रिसमस तक बिजली व्यवस्था को ठीक कर लेना चाहते हैं. फिलहाल कोयले से बिजली हासिल करने की योजना है जो कि पर्यावरण के लिए ठीक नहीं है.
धूप से
बोगो शहर के पास सेबेको के मुख्यालय के तूफान में तबाह हो जाने के बाद अब फाइलों के गट्ठर धूप में सुखाए जा रहे हैं. सेबेको के 900 कर्मचारी काम पर लगे हैं.
एक, दो और तीन!
टीम बिजली के नए खंभे भी लगा रही है. एक दिन के अंदर 18 खंबे तैयार किए गए. इस तस्वीर में कर्मचारी रस्सी की मदद से खंभा लगा रहे हैं.
जरा संभल के
खंभा खड़ा करने के बाद भी काफी काम रह जाता है. इसके बाद ऊपर चढ़ कर कर्मचारी कंडक्टर केबल, और आइसोलेटर लगा रहे हैं. काम खतरनाक है लेकिन उजाले के बिना जीवन भी तो संभव नहीं.
दिन रात मेहनत
बोगो शहर में बिजली की मरम्मत में लगी टीम के लीडर हैं बार्टोलोम पेड्रोजा. उन्होंने बताया कि अपने साथियों के साथ वह हर रोज सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कई बार पुराने की मरम्मत करना, नया खंभा लगाने से ज्यादा मुश्किल होता है.
रास्ता लंबा है
लोगों को बेसब्री से इंतजार है कि जिंदगी ढर्रे पर आए. लेकिन जितना नुकसान हुआ है उसकी भरपाई में अभी काफी समय लगेगा.