जी20 के विरोध में कहीं भूत तो कहीं नाच
जी20 सम्मेलन इस बार जर्मनी के हैम्बर्ग में हो रहा है. यहां जी20 समूह देशों के प्रतिनिधियों के अलावा हजारों प्रदर्शनकारी भी पहुंच रहे हैं, जो बेहद दिलचस्प प्रदर्शनों और जुलूसों के जरिए कुछ दूसरे मुद्दों को उठा रहे हैं.
'वेलकम टू हेल'
ग्लोबलाइजेशन का विरोध कर रहे कार्यकर्ता हैम्बर्ग में एक बड़ा प्रदर्शन कर रहे हैं. शहर जी20 के देशों के नेताओं के स्वागत की तैयारी कर रहा है, वहीं प्रदर्शनकारी इस आयोजन को "जी-20: वेलकम टू हेल" कहते हुए इसका विरोध कर रहे हैं.
डांस कर रहे लोग
हैम्बर्ग के बंदरगाह के नजदीक बुधवार को 10 हजार से भी ज्यादा लोगों ने टेक्नो म्यूजिक पर डांस किया. इनका नाचना भी विरोध प्रदर्शन का एक रूप है. इस प्रदर्शन में नाच रहे लोगों का नारा है, "डांसिंग इज बेटर देन जी20."
टकराव की स्थिति
हैम्बर्ग में पुलिस ने सड़क जाम करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों पर जेट वॉटर का इस्तेमाल किया. सम्मेलन के लिए शहर की सुरक्षा में 20 हजार पुलिसकर्मी, 28 हेलीकॉप्टर, 185 पुलिस के कुत्ते, 40 वॉटर कैनन और 3 हजार पुलिस की गाड़ियां तैनात हैं.
हिंसा का खतरा
पुलिस के मुताबिक बुधवार को हैम्बर्ग और आसपास के इलाकों के छापे के दौरान चाकू, डंडे, बेसबॉल बैट जब्त किये गये हैं. जी20 के दौरान हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी हैम्बर्ग पहुंच रहे हैं जिनमें से 8 हजार से ज्यादा अराजक और कट्टर वामपंथी होंगे. आशंका जताई जा रही है कि सम्मेलन को बाधित करने के लिए वे हिंसा का भी सहारा ले सकते हैं.
'येस वी कैंप!'
फ्रांस के ये प्रदर्शनकारी जी20 सम्मेलन के दौरान कई जुलूस निकालने वाले हैं. इस संस्था के सदस्यों ने हैम्बर्ग के अल्टोला फोक्सपार्क में कैंप लगाये हुये हैं, जहां उन्हें पुलिस ने उन्हें 300 टेंट लगाने की इजाजत दी है.
एक शाम का विरोध
2 जुलाई को हैम्बर्ग पुलिस एल्ब नदी के किनारे बने पार्क में प्रतिबंधित कैंपों को हटाने के लिए पहुंची. पुलिस ने उन 600 कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए पेपर स्प्रे का सहारा लिया. बाद में हैम्बर्ग की एक कोर्ट ने उन्हें रात भर के लिए 300 टेंट लगाने की इजाजत दे दी.
रबर के पुतले
बराबरी के मुद्दे पर काम करने वाली एक संस्था ऑक्सफैम ने 2 जुलाई को एक प्रदर्शन किया. उनका नारा था अमीर और गरीब देशों के बीच के अंतर को कम किया जाय.
छोटी नावों का बेड़ा
विरोध प्रदर्शन के तौर पर अल्सटर नदी के किनारे छोटी छोटी नावें भी तैरती दिखाई पड़ीं. छोटी नावों पर एनजीओ के कार्यकर्ता बैनर लिए बैठे थे और किनारों पर खड़े लोग उनका समर्थन कर रहे थे.
लोगों की ताकत
प्रदर्शनकारियों ने जी 20 शिखर सम्मेलन से पहले कई जुलूस निकाले. जर्मनी में जी20 होने के बावजूद कई बोर्ड और बैनरों को अंग्रेजी में लिखा गया ताकि दुनियाभर के लोगों तक संदेश पहुंचाया जा सके. इस लोगों का प्रमुख नारा बेहतर पर्यावरण को लेकर था.
भूत बने प्रदर्शनकारी
जी20 के दौरान हैम्बर्ग कई जगह मुर्दे दिखाई पड़ेंगे. मृत से दिखते ये जॉम्बी अचानक चलते फिरते नजर आयेंगे. हालांकि इस प्रदर्शन का सम्मेलन में लिये जाने वाले फैसलों से कोई लेना देना नहीं है.
घरों पर टांगे संदेश
जी20 सम्मेलन के मुख्य केंद्र जाने वाले रास्ते में बने एक नर्सिंग होम ने अपनी इमारत पर एक बड़ा सा संदेश लिखा है. जी20 में होने वाली बहसों और बाहर इंतजार कर रहे हजारों हिंसक प्रदर्शनकारियों के बीच उन्होंने एक बैनर टांगा है जिस पर तंज कसते हुए लिखा है, वी विश ऑल पीसफुल एनकाउंटर्स.