जीवनशैली है वीगन होना
पश्चिमी देशों में कुछ साल पहले तक माहौल कुछ ऐसा था कि अगर आप कहें कि आप मांस नहीं खाते, तो आपको हैरत भरी नजरों से देखा जाता. पर अब यहां शाकाहारी ही नहीं, वीगन लोगों की भी तादाद बढ़ती जा रही है.
चलन में
वीगन यानी वे लोग जो जानवरों से लिया कुछ भी नहीं खाते. सिर्फ मीट या अंडा ही नहीं, वे दूध और दही से भी दूर रहते हैं. कुछ साल पहले तक पशु उत्पादों को पूरी तरह नकारने वाले लोगों को यूरोप में सिरफिरा समझा जाता था, पर अब यह चलन में है.
सेक्सी विकल्प
वीगन लोकप्रियता की एक वजह यह है कि वह मेनस्ट्रीम होता जा रहा है. इसमें माइक टायसन और ग्विनेथ पैल्ट्रो जैसे सितारों के प्रचार का भी योगदान है. जर्मन शेफ अटिला हिल्डमन जाने माने वीगन हैं. उनकी वीगन कुक बुक की 3,00,000 प्रतियां बिक चुकी हैं.
फिट भी, फिगर भी
'वीगन फॉर फिट' नाम की हिल्डमन की किताब जर्मनी की बेस्ट सेलर सूची में शामिल है. उन्होंने किताब में वीगन बन कर वजन कम करने के टिप्स दिए हैं. वीगन आंदोलन के तेजी से बढ़ने के साथ इन किताबों के लिए नया बाजार खुला है.
औद्योगिक पशुपालन का विरोध
आहार के लिए जानवरों की जान लेना वीगन गलत समझते हैं. वे ना सिर्फ जानवरों को बचना चाहते हैं, बल्कि पर्यावरण की भी रक्षा करना चाहते हैं. वीगन होना केवल स्वास्थ्य से ही नहीं जुड़ा है, बल्कि यह एक जीवनशैली है. जर्मनी में करीब 6,00,000 वीगन हैं.
शाकाहारी कबाब
सोया से बने कबाब, बिना दूध का चीज और कुत्ते बिल्लियों के लिए भी शाकाहारी चारा, बाजार में ये सब उपलब्ध है. कभी जर्मनी में शाकाहारी चीजें मिलना मुश्किल था, पर इस बीच वीगन खाना भी आसानी से मिल जाता है. देश भर में कई वीगन दुकानें और रेस्तरां खुल गए हैं.
दुनिया भर में
सिर्फ जर्मनी में ही नहीं, यह चलन दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है. खास तौर से ब्रिटेन और अमेरिका में वीगन लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसके अलावा ब्राजील और बहुत से एशियाई देशों में बौद्ध संप्रदाय के लोगों में भी इसका चलन है.
खुल रहे हैं वीगन रेस्तरां
सिर्फ नई दुकानें ही नहीं खुल रहीं, रेस्तरां में भी लजीज वीगन खाने का लुत्फ उठाया जा सकता है. इस बार म्यूनिख के मशहूर अक्टूबर फेस्ट में भी वीगन खाने की धूम रही. चिकन की जगह सोया से बने कबाब और यहां तक कि वीगन वाइन भी मेन्यू कार्ड का हिस्सा थे.
कितना स्वस्थ?
क्या वीगन खाना आम खाने के मुकाबले ज्यादा स्वस्थ विकल्प है, इस बारे में वैज्ञानिक अभी एकमत नहीं हो पाए हैं. इतना जरूर देखा गया है कि वीगन लोगों में डायबटीज टाइप टू होने की संभावना काफी कम है. वीगन की ही तरह जर्मनी में ऑर्गेनिक खाने का भी खूब चलन है.
केक से दूर
वीगन खाने में कई तरह के विकल्प हैं. लेकिन केक या ब्रेड बटर के शौकीनों को वीगन से दूर ही रहना होगा.