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जीत या हार, हॉकी में इतिहास रचा जाएगा

१२ अक्टूबर २०१०

कॉमनवेल्थ खेलों में एक और इतिहास रचे जाने की तैयारी पूरी हो चुकी है. फाइनल में इस इबारत को लिख दिया जाएगा. जीते या हारे पहली बार भारतीय हॉकी टीम कॉमनवेल्थ खेलों में मेडल जीतेगी.

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तस्वीर: AP

सेमीफाइनल में मंगलवार को भारतीय टीम ने इंग्लैंड पर 5-4 से रोमांचक जीत दर्ज की. इस जीत के साथ ही भारत ने फाइनल में जगह बना ली. अब अगर भारतीय टीम फाइनल में हार भी जाती है तो उसका सिल्वर मेडल पक्का हो गया है.

शुरुआत में तो भारतीय टीम दो गोल से पिछड़ रही थी. तब ऐसा लगा कि वही होगा, हाथ तो आया पर मुंह को न लगा. लेकिन भारतीय टीम ने जोरदार वापसी की. और इंग्लैंड तो तब हैरान रह गया जब भारतीय टीम उसके बराबर आ खड़ी हुई.

जब खेल का वक्त खत्म हुआ तो दोनों टीमें 3-3 की बराबरी पर थीं. यहां तक कि एक्स्ट्रा 15 मिनट में भी कोई और गोल नहीं हो पाया. और अब फैसला पेनल्टी शूट आउट पर टिक गया. एक तो सेमीफाइनल मैच यानी दांव पर पदक और फिर रोमाचंक पेनल्टी शूट आउट. दर्शकों स्टेडियम को सिर पर उठा लिया था.

पेनल्टी शूट आउट में टक्कर कांटे की थी. लेकिन भारतीय गोलकीपर सुनील छेत्री अव्वल साबित हुए. उन्होंने इंग्लैंड का एक हमला रोक लिया. इस तरह इंग्लैंड 4 ही गोल कर पाया. उधर इंग्लैंड का गोलकीपर भारत के एक भी हमले को नहीं रोक पाया. भारत के गोल 5 हो गए. और सिल्वर मेडल पक्का हो गया.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य

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