जानवरों से सीखिए जिंदगी के गुर
जानवर सिर्फ मनुष्य के अच्छे दोस्त ही साबित नहीं होते बल्कि इनके साथ रहते रहते इंसान इनसे काफी कुछ सीख सकता है...
टेंशन से क्या फायदा
यह बिल्लियों की खूबी होती है. बिल्लियों से हम खुद को शांत रखना सीख सकते हैं. उनकी नजर उनके खाने और आराम पर होती है. उनके चेहरे पर गुस्से और तनाव के भाव आपको बहुत कम ही परिस्थितियों में देखने को मिलेंगे.
डॉलफिन की तरह सामाजिक
पानी में रहने वाली डॉलफिन रिश्ते बनाने में माहिर होती हैं. वे बड़ी आसानी से दोस्त बना लेती हैं. यहां तक इंसान के साथ भी दोस्ती इनके लिए मुश्किल बात नहीं.
कोई शिकायत नहीं
यह कुत्तों की खूबी होती है. मालिक दिन भर घर पर ना रहे तो इन्हें शिकायत नहीं होती. हां मालिक के वापस आने पर ये इतनी उम्मीद जरूर करते हैं कि उनके साथ थोड़ा दुलार कर लिया जाए.
वैभवी घोड़े
तहजीब और तमीज इन्हें देखते ही पता चलती है. अगर कोई बड़ी परेशानी ना हो तो ये खुद को शांत रखते हैं. देखने में किसी अच्छे नेता जैसे.
टीम का ख्याल
एक और एक ग्यारह कैसे हो जाते हैं ये पक्षी बेहतर समझते हैं. पक्षियों को समूह में उड़ते देख आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं. सामूहिकता की भावना कोई इनसे सीखे.
संयम जरूरी है
भविष्य में क्या होगा, यह चिंता अक्सर रातों की नींद उड़ा देती है. इसपर समय बर्बाद करना बेकार है. खासकर आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में युवा वर्ग के लिए यह सीखना जरूरी है.
ध्यान से सुनें
जानवरों की सुनने की क्षमता इंसान के मुकाबले कहीं ज्यादा होती है. यह सीखने वाली बात है कि लोगों को शांति से कैसे सुना जाए. अक्सर लोग सुनने से ज्यादा बोलने पर ध्यान देते हैं.