जर्मन फुटबॉल टीम ने माफी मांगी
१३ जुलाई २०१०जर्मन फुटबॉल खिलाड़ियों ने हवाई अड्डे पर जमा समर्थकों के सामने जाने की जरूरत नहीं समझी और सभी खिलाड़ी चुपचाप अपने अपने घर चले गए. इससे वहां स्वागत के लिए तैयार खड़ी जनता बेहद नाराज हुई.
टीम ने कहा है कि स्पेन से सेमीफाइनल मैच हारने के बाद जर्मनी की टीम ने किसी तरह की खुशी नहीं मनाने का फैसला किया और इसलिए वे एयरपोर्ट से सीधे अपने गंतव्य की ओर चले गए. टीम की ओर से उनकी वेबसाइट पर जारी खुले पत्र में लिखा गया है कि इससे समर्थकों को जो दुख पहुंचा है, उसके लिए उन्हें काफी अफसोस है. पत्र में लिखा गया है कि उन्हें इस बात की अपेक्षा नहीं थी कि फैन एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे और उनके स्वागत के लिए खड़े रहेंगे.
लेकिन इस पत्र में खास तौर पर लिखा गया है कि खिलाड़ी स्पेन से हारने के बाद किसी तरह का जश्न नहीं चाहते थे. इसमें लिखा है, "यह टीम अपने लिए और अपने समर्थकों के लिए कुछ ज्यादा चाहते थे."
जर्मनी की टीम ने पहले चक्र में साधारण शुरुआत ली लेकिन नॉक आउट दौर में पहुंचते ही उसने बड़ी जीतें हासिल करनी शुरू कर दीं. पहले इंग्लैंड को 4-1 से हराया और फिर अर्जेंटीना की मजबूत टीम को 4-0 से पराजित कर दिया. इसके बाद जर्मनी को फीफा वर्ल्ड कप खिताब का प्रबल दावेदार माना जाने लगा.
लेकिन हैरतअंगेज सेमीफाइनल में जर्मनी की टीम स्पेन से एक गोल से हार कर खिताबी मुकाबले से बाहर हो गई. जर्मनी में मातम सा माहौल छा गया. स्पेन ने बाद में फाइनल में नीदरलैंड्स को पराजित कर पहली बार खिताब पर कब्जा किया.
लेकिन बाद में तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में जर्मनी ने उरुग्वे को 3-2 से हरा कर जर्मन फुटबॉल टीम ने कांस्य पदक हासिल किया. यह लगातार दूसरा मौका है, जब जर्मनी की टीम तीसरे नंबर पर रही है. वह तीन बार फीफा वर्ल्ड कप जीत चुकी है, जबकि तीन बार उपविजेता रही है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः महेश झा