जर्मनी की जादू शिफर 40 की
२५ अगस्त २०१०क्लाउडिया शिफर, लंबी, सुनहरे वालों और नीली आंखों वाली, 17 साल की उम्र में पहली बार जब वो स्टेज पर आई तो उनकी छवि शर्मीली लड़की की बनी, जिसे बहुत कौतुहल के साथ जर्मनी में देखा गया. लेकिन जल्द ही वह दुनिया की सबसे ज्यादा कमाने वाली फोटो मॉडल बन गईं.
शिफर 90 के दशक में सुपरमॉडल आइकन बन गई. 25 अगस्त को क्लाउडिया ने अपने जीवन के 40 साल पूरे किए. 12 करोड़ से 20 करोड़ यूरो की संपत्ति वाली क्लाउडिया का लंदन के जाने माने नॉटिंघम इलाके में घर है.
वे इतनी तेज़ी से मॉडलिंग की दुनिया में मशहूर हुई कि 1998 में 28 साल की उम्र में उन्होंने रैंप छोड़ दिया. कोल्डहैम हॉल में महल जैसे बड़े से घर में वे अपने पति के साथ रहती हैं. क्लाउडिया शिफर के पति फिल्म निर्देशक मैथ्यू वॉन हैं. क्लाउडिया के तीनों बच्चों के नाम सी से ही शुरू होते हैं, कास्पर, क्लेमेन्टिने और कोसिमा.
कई महीनों से अटकल है कि शिफर नाम से एक फैशन लेबल शुरू होगा लेकिन आम जर्मन जानते हैं कि उनके नाम पर 100 यूरो में एक टीशर्ट भी नहीं मिलेगा.
शनेल, लॉरिएल, रेवलॉन किसी भी कंपनी को ले लें, क्लाउडिया ने इन सब लक्जरी उत्पादों के लिए काम किया है. उनके लाखों के कॉन्ट्रेक्ट्स के आगे मशहूर फुटबॉलर भी जलते होंगे. शिफर, नाओमी कैंपबेल, लिंडा इवांगेलिस्टा या सिंडी क्रॉफर्ड जैसी सुपरमॉडल्स की कमाई के आगे तो कई अभिनेत्रियों की कमाई भी फीकी पड़ जाती है.
कड़े अनुशासन और व्यापारिक गणित के साथ क्लाउडिया ने खुद को बाज़ार में पूरी मजबूती के साथ खड़ा किया. जर्मन पत्रिका श्टर्न लिखती है वो अपने शरीर की खुद मालिक हैं. कोई ड्रग्स नहीं, कोई स्कैंडल नहीं और कोई कमज़ोरियां भी नहीं. जिन दिनों उनकी साथी बड़े होटलों में पार्टियां करती थीं क्लाउडिया अगली अपॉइन्टमेंट के लिए हवाई जहाज़ में बैठी होती. अगर मेहनताना लाख की संख्या में होता तो क्लाउडिया हाइवे या सुपर मार्केट का उद्धाटन करने भी पहुंच जाती. पिछले दिनों को याद करते हुए वे कहती हैं कि कई साल उन्हें निजी जीवन सिर्फ सुन कर ही पता था क्योंकि काम के दौरान अपने लिए उनके पास वक्त ही नहीं होता था.
कहा जाता है कि डेविड कॉपरफील्ड के साथ उनकी सगाई भी नाम जमाने के लिए ही थी ताकि अमेरिका में शिफर का नाम हो और यूरोप के दरवाजे कॉपरफील्ड के लिए खुल जाएं. वे हमेशा सही वक्त पर सही जगह होतीं.
1996 में जब शनेल के कार्ल लागरफेल्ड ने उन्हें कल का चेहरा करार दिया और उन्होंने शनेल के साथ करार खत्म किया तो इसके बाद शिफर का सुपरमॉडल करियर एक तरह से खत्म हो गया.
कभी 24 घंटे व्यस्त रहने वाली क्लाउडिया आज शांति से लंदन के लक्जरी इलाके में रहती हैं लेकिन इंटरव्यू के लिए अभी भी कम ही उपलब्ध होती हैं, 40वीं पर्षगांठ पर भी नहीं.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः महेश झा