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छत्तीसगढ़ सरकार की माओवादियों से बातचीत

२८ सितम्बर २०१०

अगवा किए 4 पुलिसकर्मियों को छुड़ाने के लिए छत्तीसगढ़ की सरकार माओवादियों के साथ पिछले दरवाजे से बातचीत कर रही है. छत्तीसगढ़ में खासकर दंत्तेवाडा में साल भर के अंदर कई हमले हुए.

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तस्वीर: AP

माओवादियों ने बातचीत के लिए मंगलवार तक की समय सीमा दी है. माओवादियों ने 19 सितंबर को छत्तीसगढ़ के भोपालपटनम से 7 पुलिसकर्मियों को अगवा कर लिया. इनमें से तीन की अगले दिन हत्या कर दी गई और शवों के साथ एक पर्चा मिला जिसमें माओवादियों की मांगें और अल्टीमेटम था.

माओवादियों ने धमकी दी है कि अगर मंगलवार तक मांगें पूरी नहीं होती हैं तो बचे हुए चार पुलिसवालों को भी मार दिया जाएगा. स्थानीय मीडिया ने कहा है कि सरकार ने पिछले दरवाजे से माओवादी चरमपंथियों के साथ बातचीत शुरू की है.

इस बीच अगवा किए एक पुलिसकर्मी की पत्नी आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद पहुंची है. उसने माओवादियों से अपील की है कि वे उसके पति को रिहा कर दें. हैदराबाद में माओवादी विचारधारा के समर्थक वारावरा राव ने छत्तीसगढ़ में माओवादी लड़ाकों से इन अगवा पुलिसकर्मियों को बिना शर्त रिहा करने की अपील की है वहीं सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने पुलिसकर्मियों को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की है.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः ए कुमार

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