चैंपियंस में डॉर्टमुंड और जेनिट का मुकाबला
१९ मार्च २०१४रूसी टीम जेनिट सेंट पीटर्सबर्ग के खिलाफ घरेलू मैदान पर रिटर्न मैच खेलने से पहले ही डॉर्टमुंड 4-2 से आगे है. अगर डॉर्टमुंड की टीम जेनिट को हरा देती है तो यह यूरोप में उसकी 100वीं जीत होगी और साथ ही क्वार्टर फाइनल और 200वें मैच में जाने का रास्ता साफ कर देगी. डॉर्टमुंड के लिए आज का मैच उसका 199वां मैच है.
लेकिन 1997 में खिताब जीतने वाली और 2012 में फाइनल तक पहुंचने वाली ट्रेनर युर्गेन क्लॉप की टीम आरामदेह बढ़त के बावजूद मैच को गंभीरता से ले रही है. लेफ्ट बैक मार्सेल श्मेल्त्सर कहते हैं, "हम नहीं समझते कि हम क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं. सेंट पीटर्सबर्ग हमें हमारी सीमाओं तक ले जाएगा."
बुंडेसलीगा में दूसरे स्थान पर चल रहे डॉर्टमुंड के जनरल मैनेजर हंस योआखिम वात्स्के कहते हैं, "यह सख्त काम होगा जिसके लिए हर खिलाड़ी और फैन की ओर से सौ फीसदी प्रयासों की जरूरत होगी." शनिवार को घरेलू मैदान पर डॉर्टमुंड बोरूसिया मोएंशनग्लाडबाख से 1-2 से हार गया और पहले नंबर पर चल रहे बायर्न म्यूनिख से वह 23 प्वाइंट पिछड़ गया है. शाल्के उससे सिर्फ एक प्वाइंट पीछे है जबकि लेवरकूजेन तीन प्वाइंट पीछे है.
अगले सीजन के चैंपियंस लीग की तीन सीटों पर सीधे पहुंचने के लिए उनके बीच कड़ा संघर्ष होगा. लेकिन 1998 के बाद पहली बार उसके लगातार दूसरी बार क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की संभावना है. युर्गेन क्लॉप की टीम की यह सफलता वित्तीय कारणों से भी महत्वपूर्ण है. क्वार्टर फाइनल में पहुंचने का मतलब क्लब के लिए 39 लाख यूरो की कमाई है. इसके अलावा घरेलू लीग के मैच में टिकटों की बिक्री से होने वाली कमाई अलग से. क्लब के जनरल मैनेजर वात्स्के कहते हैं, "हमारी वित्तीय संभावनाओं को देखते हुए यूरोप की 8 बेहतरीन टीमों में होना अपने आप में छोटा सा चमत्कार है."
हेंडरिक मिकीतारयान बुंडेसलीगा के संस्पेंशन के बाद फिर से खेल पाएंगे और जर्मन राष्ट्रीय टीम में खेलने वाले मार्के रॉयस भी मांसपेशियों की चोट के बाद फिर से स्वस्थ हैं. इसके विपरीत दो गोलों से पीछे चल रही मेहमान टीम के सामने बड़ी चुनौती है. वह केयरटेकर कोच सेर्गेई सेमाक के नेतृत्व में खेलेगी. हो सकता है कि जब नए कोच आंद्रे विलाष बोआष टीम की जिम्मेदारी संभालें तो वह चैंपियंस लीग से बाहर हो चुकी हो. यूएफा कप का चैंपियन रहा जेनिट डॉर्टमुंड के हाथों घरेलू मैदान पर हार के बाद उबर नहीं पाया है और पिछले 12 मैचों में सिर्फ एक ही में जीता है.
एमजे/आईबी (डीपीए)