चीनी चिकित्सा में भालू के पित्त की भारी मांग के कारण लाओस में बाकायदा गॉल फार्म बने हैं, जहां भालुओं को बेहद छोटे पिंजरों में कैद रखा जाता है, पर्याप्त खाना नहीं मिलता और सालों तक उनके शरीर से लगातार पित्त निकाला जाता है. ऐसे भालुओँ को तुरंत मदद ना मिली तो वे यहां से पूरी तरह मिट जाएंगे.