चीन की सैन्य ताकत
हाल में चीन ने अपना रक्षा बजट बढ़ाया है. यह फैसला दक्षिणी चीन सागर में मतभेदों को ध्यान में रखते हुए लिया गया. चीन का सालों से मकसद रहा है कि उसकी अंतरराष्ट्रीय व्यापार के रास्तों पर पकड़ हो.
लाखों सैनिक
करीब 20 लाख जवानों के साथ चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी सेना है. इसके अलावा हर साल करीब 1.9 करोड़ युवा सेना में अनिवार्य सेवा की आयु को पहुंचते हैं. इस तरह चीन में सैनिकों की कमी का मसला कभी नहीं रहा, बल्कि समस्या है उनका कम अनुभवी होना. अनुभव के लिए चीन अब अपने जवानों को संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन पर दुनिया भर में भेजने लगा है.
जेट
इस समय चीनी वायु सेना के पास 2,500 लड़ाकू विमान हैं. ये विमान रूसी लड़ाकू जेट सुखोई सू-27 और सू-33 के मॉडल के आधार पर चीन में ही तैयार किए गए हैं. लेकिन चीन ने हाल ही में स्टेल्थ फाइटर जे-31 यानि रडार से बच निकलने वाले विमान का निर्माण किया है. इसके बाद कई एशियाई देश अमेरिका से स्टेल्थ एफ-35 खरीदने की सोच रहे हैं.
रॉकेट लॉन्चर
चीन की सेना के पास रॉकेट लॉन्चर सिस्टम 1770 और 6000 आर्टिलरी कैनन उपलब्ध हैं. 400 रॉकेट लॉन्चर के अलावा चीन के पास 20 अन्तरमहाद्वीपीय प्राक्षेपिक मिसाइलें हैं.
बख्तरबंद वाहन
रूस के बाद चीन दुनिया का दूसरा ऐसा देश है जिसके पास सबसे ज्यादा बख्तरबंद युद्धक वाहन है. इसकी संख्या करीब 10,000 बताई जाती है. दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टैंकों में शामिल टाइप 99 नाम का युद्धक टैंक अब चीन के भी पास है.