चीनी कंपनी को पछाड़ ओएनजीसी अव्वल
३ नवम्बर २०१०चीन नेशनल ऑफशोर ऑयल कॉर्पोरेशन सिनुक फिसल कर दूसरे नंबर पर आ गई है. दुनिया भर की तेल, गैस, कोयले और उर्जा से जुड़ी 250 कंपनियों की सूची में ओएनजीसी का नाम अब 18वें नंबर पर है. एक साल पहले यह 26वें नंबर पर थी. कंपनी की कुल संपत्ति 33.37 अरब अमेरिकी डॉलर आंकी गई है.
ओएनजीसी ने गैस और तेल क्षेत्रों से घटते उत्पादन को नई तकनीक और प्रक्रिया के सहारे रोका है और इसका उत्पादन लगातार तेजी से ऊपर जा रहा है. इसके अलावा नए क्षेत्रों में तेल और गैस की खोज के काम में भी काफी तेजी आई है. इस समय कंपनी करीब हर साल ढाई करोड़ टन तेल का उत्पादन कर रही है जिसके 2013-14 तक 2.8 करोड़ टन तक पहुंच जाने की उम्मीद है. इसी तरह अगले दो साल में रोजाना नेचुरल गैस का उत्पादन भी 10 करोड़ क्यूबिक मीटर पहुंचने की उम्मीद है. फिलहाल हर दिन 5.8 करोड़ क्यूबिक मीटर गैस का उत्पादन हो रहा है.
वैसे दुनिया भर की कंपनियों के स्तर पर देखें तो अमेरिका की एक्सॉन मोबिल कॉर्प सबसे ऊपर है. कठिन हालात से जूझ रही ब्रिटेन की ऊर्जा कंपनी ब्रिटिश पेट्रोलियम दूसरे नंबर पर है. रूस की गजप्रॉम तीसरे नंबर पर है. इसके बाद ब्राजील की पेट्रोब्रास ब्राजिलियारो, फ्रांस की टोटल एसए, जर्मनी की ईओ एन एजी, चीन की पेट्रोचाइना, अमेरिका की शेवरॉन कॉर्प और रॉयल डच शेल का नंबर आता है.
यह तो हुई उत्पादन की बात. रिलायंस इंडस्ट्रीज रिफाइनरी और मार्केटिंग कंपनियों की कतार में एशिया में सबसे ऊपर है. मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज दुनिया भर की कंपनियों में 13वें नंबर पर है. रिलायंस के पास कुल 55.94 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति है और उसकी सालाना कमाई 46.63 अरब डॉलर है. कंपनी का मुनाफा करीब 5.24 अरब डॉलर का है. गैस यूटिलिटी कंपनियों में सरकारी कंपनी गेल का नाम सबसे ऊपर है जबकि एटीपीसी ऊर्जा के क्षेत्र में एशिया में दूसरे नंबर पर है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन तीसरे और भारत पेट्रोलियम पांचवे नंबर पर है. हिंदुस्तान पेट्रोलियम एशिया में 19वें नंबर पर है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार