घाना मूल के डॉक्टर बने स्लोवेनिया में मेयर
२५ अक्टूबर २०१०सोशल डेमोक्रैट बॉसमैन ने कहा, "मैं स्लोवेनिया का मूल नागरिक तो नहीं ही हूं, लेकिन मेरे चुने जाने से पता चलता है कि स्लोवेनिया में लोकतंत्र बहुत मजबूत है." बॉसमैन की पत्नी क्रोएशिया की हैं और उनके दो बच्चे हैं.
बॉसमैन 1980 के दशक में स्लोवेनिया आए थे. उनके पिता भी घाना में डॉक्टर रह चुके हैं और वह राजनीतिज्ञ भी थे. बॉसमैन ने कहा, "मेरे पिता भी एक डॉक्टर और राजनेता थे. वह मुझसे कहा करते थे कि अगर हो सके तो लोगों की मदद करनी चाहिए."
पिरान में 20 साल गुजारने के बाद बॉसमैन का कहना है, "लोग मुझे अफ्रीकी डॉक्टर या विदेशी के रूप में नहीं देखते हैं. उनको लगता है कि मैं एक अच्छा डॉक्टर और एक अच्छा आदमी हूं. यह मेरा घर है. मैं घाना बीच बीच में जाता रहता हूं लेकिन मेरा घर यहीं है." बॉसमैन ने घाना में अपनी मां तक खुशखबरी पहुंचा दी है. चुने जाने के बाद उनकी मां उन्हें तीन बार फोन कर चुकी हैं.
बॉसमैन ने कहा कि अफ्रीकी मूल के कारण उन्हें किसी भी भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ा. उनके मुताबिक कहीं भी कुछ ऐसे लोग होते हैं जो भेदभाव करते हैं. स्लोवेनिया आने के बाद शुरुआती महीनों में उन्हें भी अहसास हुआ कि कुछ लोग अफ्रीकी मूल के लोगों से अलग रहना चाहते हैं. लेकिन 10-15 साल बाद उन्हें ऐसी कोई परेशानी नहीं हुई. बॉसमैन को लगता है कि लोगों को उनकी त्वचा के रंग से कोई फर्क नहीं पड़ता.
स्लोवेनिया में रविवार को चुनाव के दूसरे चरण में लोगों ने 208 नगरपालिकाओं में से 74 में मेयरों का चुनाव किया. पहला चरण 10 अक्तूबर को था. स्लोवेनिया पूर्वी यूगोस्लाविया का हिस्सा है. देश की आबादी लगभग 20 लाख है और 1991 में यूगोस्लाविया से आजादी मिलने के बाद 2004 में देश यूरोपीय संघ का हिस्सा बन गया. स्लोवेनिया नैटो का भी सदस्य है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः ए कुमार