घाना को घनघना कर उरुग्वे सेमीफाइनल में
३ जुलाई २०१०एक्स्ट्रा टाइम के आखिरी मिनट में घाना ने उरुग्वे के गोल पोस्ट पर जोरदार हमला किया. उरुग्वे के डिफेंडर सुआरेज ने गेंद को हाथ से रोका और घाना को पेनल्टी मिली. स्कोर 1-1 था और घाना के पास जीतने का मौका. पेनल्टी घाना के स्टार खिलाड़ी गियान ने ली. टूर्नामेंट में घाना को यहां तक लाने वाले गियान चूक गए. उन्होंने गेंद को गोल पोस्ट के ऊपर मार दिया.
इसके बाद पेनल्टी हुई. पांच पांच शूट दोनों टीमों को मिले. पहली बारी उरुग्वे के स्ट्राइकर डियागो फोरलान को मिली. फ्री किक के एक्सपर्ट फोरलान ने बिना किसी गलती के घाना के गोलकीपर को बेहतरीन गोल का दर्शक बना दिया. घाना की ओर से गियान ने पहला गोल किया. उरुग्वे ने दूसरा और तीसरा गोल किया.
घाना के तीसरे हमले को उरुग्वे के गोलची फर्नांडो मुस्लेरा ने बचा लिया. घाना यहीं 3-2 से पीछे हो गया. अगली किक में उरुग्वे के खिलाड़ी के गेंद बाहर मार दी और अफ्रीकी टीम को फिर वापसी का मौका मिला. लेकिन इस बार भी मुस्लेरा ने दीवार का काम किया. चौथा गोल उरुग्वे ने बड़ी आसानी से किया और टीम ने 40 साल बाद सेमीफाइनल में दस्तक दी.
इससे पहले 120 मिनट के खेल तक दोनों टीमें एक-एक की बराबरी पर थीं. हालांकि घाना ने पहले हाफ में गोल दागकर बढ़त हासिल कर ली थी. लेकिन दूसरे हाफ में फोरलान की शानदार फ्री किक ने हिसाब चुकता कर दिया. मैच एक्स्ट्रा टाइम तक खिंचा लेकिन फैसला तब भी नहीं हो सका और उसके बाद पेनल्टी शूट आउट हुआ.
31 साल के फोरलान ने साबित कर दिया कि उन्हें उरुग्वे के लिए तुरुप का इक्का क्यों कहा जाता है. बहरहाल अब उरुग्वे सेमीफाइनल में है. यहां उसका मुकाबला छह जुलाई को नीदरलैंड्स से होगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़