ग्वांतानामो बे में स्वागत है
२६ अप्रैल २०१४यह कोई छुट्टियों की जगह नहीं है. यहां दुनिया के कुछ सबसे बड़े आरोपी रहते हैं, जिन पर आतंकवादी हमले करने और साजिश रचने के आरोप हैं. लेकिन इस द्वीपीय इलाके में कुछ लोगों की टीशर्ट पर लिखा मिल जाएगा, "स्वर्ग में स्वागत हैः जीटीएमओ (ग्वांतानामो बे) यानि एंटीलेस का मोती". यहां करीब 5000 अमेरिकी सैनिक और असैनिक कर्मचारी रहते हैं.
फोटो लेना मना है
जाहिर सी बात है कि यहां सबसे अच्छी जो चीज है, वह है मौसम. क्यूबा की सीमा में आने वाले इस इलाके में 1903 से ही अमेरिकी छावनी चल रही है. जगह जगह कंटीले बाड़ लगे हैं और पोस्टरों पर लिखा है, "फोटो लेना मना है". हवाना से करीब 800 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह टापू किसी कोण से अमेरिकी नहीं लगता लेकिन मजेदार बात यह है कि इसमें क्यूबा के पुट भी नजर नहीं आते. हाल में कुछ पत्रकारों को वहां का दौरा कराया गया.
यहां के समुद्री तटों पर रेत नहीं, बल्कि कंकड़ हैं. यह इग्वाना नाम की छिपकिली के लिए उपयुक्त माना जाता है और इस प्रजाति को नुकसान पहुंचाने वाले को 10000 डॉलर तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है. पास में एक छोटा सा हवाई अड्डा है, जहां से हफ्ते में एक बार फ्लोरिडा की उड़ान भरी जा सकती है. रेडियो डीटीएमओ में काम करने वाले अधिकारी स्टैन टिरवियोली का कहना है, "ग्वांतानामो बे ऐसा है, जैसे कि आप 20 साल पीछे चले गए हों."
कैदियों की परवाह नहीं
नौका लेकर बे के दूसरे किनारे पर जाया जा सकता है. वहां पहुंचने पर पहली नजर में बदनाम जेल नजर नहीं आती. पिछले दशक में शुरू हुई अमेरिकी जेल विवादित है और यहां फिलहाल 154 कैदी रहते हैं. इनमें 9/11 का मास्टरमाइंड कहा जाने वाला खालिद शेख मुहम्मद भी है. ज्यादातर कैदियों को बिना किसी आरोप के यहां रखा गया है और कईयों के खिलाफ कार्रवाई शुरू भी नहीं हुई है.
राष्ट्रपति बनने के बाद बराक ओबामा ने इस जेल को बंद करने की कोशिश की थी लेकिन अमेरिकी सांसदों के दबाव में वह ऐसा नहीं कर पाए. जो दूसरे किनारे पर रहते हैं और काम करते हैं, उनके लिए यह जेल बहुत मायने भी नहीं रखती. टिरवियोली कहते हैं, "सबको पता है कि वे वहां रहते हैं. लेकिन हमारी बहुत दिलचस्पी नहीं है."
जेल में कैंप 5, 6, इको और डेल्टा हैं, जिन्हें कैकटस के जंगलों के बीच बनाया गया है. चारों तरफ सुरक्षा का बेहद कड़ा इंतजाम है. इसके अलावा खुले पिजरों वाला कैंप एक्सरे भी है, जहां हाल के दिनों में बड़े बड़े चूहे हो गए हैं. मीडिया को इस जगह जाने दिया जा सकता है.
कैसे कैसे कैदी
लेकिन कैंप 5 और 6 में कड़ा प्रतिबंध है. कैदियों को देखने के लिए ऐसे शीशे लगाए गए हैं, जिनका बाहरी हिस्सा आईनेदार है. यानि बाहर के लोग कैदियों को देख सकते हैं, लेकिन कैदी उन्हें नहीं. यहां कैदियों या उनके पहरेदारों की तस्वीर लेना मना है. पत्रकार जब वहां से गुजरने लगे तो अचानक एक कैदी अपनी कोठरी की खिड़की पीटने लगा और जोर जोर से चिल्लाने लगा. पत्रकारों को फौरन वहां से हटा दिया गया. यहां कुछ कैदी भूख हड़ताल भी कर रहे हैं लेकिन उनके बारे में अब कोई जानकारी नहीं दी जा रही है.
कैंप 7 में बेहद खतरनाक कैदियों को रखा गया है और वहां भी पत्रकारों को नहीं ले जाया गया. ब्रिगेडियर जनरल मारियोन गार्सिया का कहना है, "हम कैंप 7 के बारे में कोई बात नहीं करेंगे."
जो लोग ग्वांतानामो बे में रहते हैं, उन्हें सुविधाओं की कमी नहीं. पास की दुकान में भारी छूट के साथ मैकडॉनल्ड बर्गर मिलते हैं. वहीं एक कोने में आइरिश पब भी है. लेकिन घर तो घर होता है. टिरवियोली कहते हैं कि यहां हर कोई हर किसी को जानता है, "क्यूबा का वह गेट हमारी हद है. हमारा समुदाय वहीं तक है. हम दूर नहीं जा सकते."
एजेए/एमजे (एएफपी)