1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

ग्रीस की मदद के लिए सामने आए यूरोप के बैंक

३० अप्रैल २०१०

ग्रीस की दयनीय वित्तीय हालत को बैसाखी का सहारा देने के लिए यूरोपीय संघ व अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के बाद अब प्रमुख बैंक भी सामने आते दिख रहे हैं.

https://p.dw.com/p/NBAg
डॉएचे बैंक के प्रधान योज़ेफ़ आकरमान्नतस्वीर: AP

इस बीच ख़बर आई है कि यूरोपीय संघ के वित्तमंत्री सप्ताहांत के दौरान फिर एकबार आपस में बातें करने वाले हैं. सरकारी सूत्रों से मिली सूचनाओं के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, यूरोपीय केंद्रीय बैंक व यूरोपीय संघ ने ग्रीस सरकार के साथ बातचीत करते हुए एक ज़बरदस्त बचत पैकेज तैयार किया है, ताकि उसके घाटे को पाटा जा सके व ग्रीक उत्पादों की प्रतिस्पर्धा क्षमता बढ़े.

यूरोपीय संघ के अर्थनीति आयुक्त ओली रेन के एक प्रवक्ता ने ब्रसेल्स में सूचित किया है कि बचत पैकेज के बारे में ग्रीस के साथ बातचीत लगभग पूरी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि ग्रीस की समूची अर्थनीति में आधारभूत सुधार किए जाने हैं. कुछ क्षेत्रों में आशंका व्यक्त की जा रही थी कि स्पेन और पुर्तगाल की हालत भी जल्द ही ग्रीस जैसी हो सकती है. इस सिलसिले में अर्थनीति आयुक्त के प्रवक्ता ने कहा कि इस समय यूरोपीय संघ के किसी दूसरे सदस्य देश की मदद के बारे में नहीं सोचा जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस समय हम ग्रीस के मोर्चे पर फ़ायर ब्रिगेड के तौर पर हैं. इस बीच स्पेन की सरकार ने कहा है कि वह कर्ज़ के अपने संकट से खुद निपट लेगी.

सरकारी स्तर पर ऐसी पहल के साथ-साथ अब वित्त जगत भी ग्रीस की मदद के लिए सामने आ रहा है. इस सिलसिले में जर्मन वित्तमंत्री वोल्फ़गांग शॉएबले ने डॉएचे बैंक के प्रमुख योज़ेफ़ आकरमान्न पर दबाव डाला था कि ग्रीस के राजकीय बांड्स की ख़रीद के लिए बैंकों की एक पहल तैयार की जाए. अब विभिन्न बैंकों के साथ मिलकर आकरमान्न ने मदद का एक पैकेज तैयार किया है. अनौपचारिक रूप से कहा गया है कि फ़िलहाल एक से दो अरब तक के निवेश की व्यवस्था हो चुकी है. वित्तमंत्री शॉएबले के एक प्रवक्ता ने इस सिलसिले में कहा है कि बैंकों की यह पहल स्वेच्छा से आगे बढ़ाई जा रही है.

इन घटनाओं का प्रभाव शेयर सूचकांक पर भी देखने को मिला है. सप्ताह के मध्य में जर्मन शेयर सूचकांक डाक्स में भारी गिरावट आई थी. आज वह फिर से उपर चढ़ने लगा है. फ़्रैंकफ़र्ट शेयर बाज़ार के दलाल कुछ एक हफ़्तों में इस वर्ष की सबसे बड़ी तेज़ी की उम्मीद कर रहे हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ

संपादन: राम यादव