ग्रीन सुपरसोनिक विमान
ध्वनि की गति से तेज उड़ान की बात कॉनकॉर्ड दुर्घटना के बाद से लोग भूल गए थे. लेकिन अब फिर से पर्यावरण के अनुकूल सुपरसोनिक जेट की बात सोची जा रही है. उड्डयन को एक नई पीढ़ी के विमानों के साथ फिर से जीवंत बनाया जा सकेगा.
आकाश में सबसे तेज
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा सस्ते और हरित सुपरसोनिक जेट विमानों के अनुसंधान पर 60 लाख डॉलर खर्च कर रहा है. सुपरसोनिक जेट सामान्य जेट की तुलना में अधिक ऊंचाई पर उड़ते हैं.
हवा भेदी विमान
ध्वनि से तेज उड़ने वाले विमान के लिए सिर्फ तेज गति ही जरूरी नहीं बल्कि अत्यंत प्रभावी एयरोडायनमिक डिजायन भी. ध्वनि की गति पर पहुंचने पर हवा में एक दीवार सी बन जाती है जिसे सोनिक बाधा कहते हैं.
हरित दैत्य
अमेरिका का लॉकहीड मार्टिन ग्रीन सुपरसोनिक उड़ानों का पायनियर है. दूसरे विमानों के विपरीत सुपरसोनिक विमान वी आकार का होता है. इंजीनियरों का कहना है कि यह सोनिक बाधा को तोड़ने में सक्षम है.
तेज और किफायती
लॉकहीड मार्टिन कंपनी के सुपरसोनिक डिजायन सोनिक बाधा को पार करने के अलावा ईंधन बचाने में भी सक्षम हैं. कंपनी का कहना है कि वह 2020 से इन विमानों का उत्पादन कर सकता है.
एरियन एएस2
सुपरसोनिक विमानों का एक और डिजायन एरियन है. यूरोपीय कंपनी एयरबस के सहयोग से 20 यात्रियों के लिए बना यह सुपरसोनिक विमान सुरक्षित भी है. सीरियल प्रोडक्शन 2021 में शुरू करने की योजना है.
स्पाइक एस-512
अमेरिकी कंपनियों द्वारा विकसित स्पाइक एयरोस्पेस का कंसेप्ट एरियन जैसा ही है. निर्माताओं का दावा है कि उनका विमान घंटे में 2,200 किलोमीटर की गति से उड़ने में सक्षम है.
अच्छा भविष्य
लैपकैट ए2 का भविष्य सुनहरा लगता है. एयरबस 380 से दोगुना बड़ा विमान तरल हाइड्रोजन से चलता है और सिडनी से फ्रैंकफर्ट की दूरी 4 घंटे में तय कर सकता है. इसे मौजूदा रनवे से उड़ाया जा सकता है.