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गोल्डेन गुरुवार को तीन सोना

२५ नवम्बर २०१०

एशियाड में गुरुवार का दिन भारत के लिए सोने के तीन पदक ले कर आया. शुरुआत अश्विनी चिदानंद ने महिलाओं की बाधा दौड़ में सोना जीत कर की. इसके बाद पुरुषों के भी बाधा दौड़ मुकाबले में सोना मिला. तीसरा सोना मुक्केबाजी ने दिया.

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तस्वीर: DW

अश्विनी चिदानंद, जोसेफ अब्राहम और कृष्ण विकास ने सोना जीत कर गुरुवार को भारत की झोली में सोने के पदकों की संख्या 10 तक पहुंचा दी. पहला सोना अश्विनी चिदानंद ने महिलाओं की 400 मीटर की बाधा दौड़ में जीता. 56.15 सेकेंड में दौड़ पूरी कर अश्विनी ने भारत के माथे पर सुनहरी चमक बिखेरी.

दिन का दूसरा सोना 400 मीटर की बाधा दौड़ में ही पुरुषों के मुकाबले से आया जहां जोसेफ अब्राहम ने 49.96 सेकेंड में दौड़ पूरी कर सोने का तमगा अपने नाम किया. दिन पूरा होने से पहले ही तीसरी बार सोने की खनक बॉक्सिंग रिंग में सुनाई दी. लाइटवेट वर्ग में कृष्ण विकास ने चीन के हू क्विंग को 5-4 से नॉकआउट कर सोना जीता.

ये तो हुई सोने की बात, वैसे कुछ और जगहों से भी भारतीय खेमे को पदकों की खनक सुनाई पड़ी. इसमें हॉकी का स्टेडियम कांसा लेकर आया जहां भारत ने दक्षिण कोरिया को मात देकर पोडियम के तीसरे नंबर पर जगह बनाई. पाकिस्तान ने यहां गोल्ड जीत कर 20 सालों बाद एशियाड के हॉकी में पहले नंबर पर काबिज हुआ. मलेशिया दूसरे नंबर पर रहा. इसके अलावा मौसम खत्री ने अपने प्रतिद्वंदी को पटखनी देकर अखाड़े की मिट्टी से कांस्य पदक निकाला जबकि टिंटू लुका ने यही काम तेज भाग कर किया. 800 मीटर की दौड़ लुका ने दो मिनट 1.36 सेकेंड में पूरी कर ली और कांसे का पदक अपने नाम किया.

इस तरह से भारत के पास अब 10 स्वर्ण और 12 रजत समेत कुल 53 पदक हो गए हैं और पदक तालिका में वह सातवें नंबर पर काबिज है. सबसे ऊपर है चीन जिसने अब कुल मिलाकर 370 पदक जीते हैं. दक्षिण कोरिया, जापान, ईरान, कजाखस्तान और चीनी ताईपे भारत से ऊपर हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ए कुमार

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