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गोलीबारी में फंसे बच्चों में दो की मौत

९ अक्टूबर २०१०

माओवादियों और पुलिसकर्मियों के बीच हुई गोलीबारी में फंसे एक दर्जन से ज्यादा स्कूली बच्चे. दो बच्चों की मौके पर ही मौत. दो अन्य लोग भी गोली का शिकार. मरने वाले बच्चों की उम्र 10 और 11 साल.

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तस्वीर: picture-alliance/ dpa

छत्तीसगढ़ और इसके आसपास के इलाकों में माओवादियों और पुलिस के बीच हुईं दो मुठभेड़ों में सात लोगों के मारे जाने की खबर है. मरने वालों में दो बच्चे भी शामिल हैं. बताया जाता है कि गोलीबारी में ये बच्चे बीच में फंस गए.

राजधानी रायपुर से 175 किलोमीटर दूर राजनंदगांव जिले में पुलिस के जवानों की एक गाड़ी बारूदी सुरंग की चपेट आ गई. इस हमले में तीन जवानों की मौत हो गई.

अधिकारियों ने बताया कि राजनंदगांव के साथ लगते महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में पुलिस ने माओवादियों पर कार्रवाई की. इसके जवाब में माओवादियों ने पुलिस पर हमला कर दिया. दोनों ओर से गोलीबारी हुई. इस गोलीबारी की चपेट में दो बच्चे आ गए. मरने वाले दोनो बच्चे स्कूली छात्र थे. एक की उम्र 10 साल थी जबकि दूसरे की 11 साल.

अधिकारियों ने बताया कि घटना में दो और लोगों की भी मौत हो गई. इसके अलावा इस गोलीबारी में 12 बच्चे घायल हुए. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

माओवादी हिंसा और जवाबी पुलिस कार्रवाई में इस साल जनवरी से अब तक 960 लोगों की मौत हो चुकी है. भारत के कुल 626 में से लगभग एक तिहाई जिले माओवादी हिंसा का शिकार हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम