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गोपनीय दस्तावेजों और टिप्पणियों पर अमेरिका को अफसोस

३० नवम्बर २०१०

अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि विकीलीक्स के जरिए जारी हुए गोपनीय दस्तावेजों पर अमेरिका को बेहद अफसोस है. उन्होंने कहा कि यह उनके देश पर ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर हमला है.

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तस्वीर: AP

सोमवार को वेबसाइट विकीलीक्स ने अमेरिकी विदेश विभाग के दो लाख 50 हजार से ज्यादा गोपनीय दस्तावेज जारी किए. इन दस्तावेजों में अमेरिकी दूतावासों और विदेश विभाग की ओर से भेजे गए संदेश हैं. इनमें काफी संदेश अमेरिका के लिए शर्मिंदगी का सबब बने हैं. इस खुलासे के बाद अमेरिका बौखलाया हुआ है. उसने विकीलीक्स के काम को गैरकानूनी करार दिया है.

USA Wikileaks Außenministerium in Washington Gebäude
तस्वीर: AP

विकीलीक्स के खुलासे के एक दिन बाद अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि विकीलीक्स वेबसाइट ने इन दस्तावेजों को इंटरनेट पर डालकर गैरकानूनी काम किया है. उन्होंने कहा कि जो भी गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने के लिए जिम्मेदार है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

लेकिन अमेरिकी विदेश मंत्री ने दस्तावेजों के बारे में कुछ भी नहीं कहा. उन्होंने कहा, "कथित रूप से चुराए गए विदेश मंत्रालय के दस्तावेजों पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगी. लेकिन मैं इतना जरूर कह सकती हूं कि अमेरिका को ऐसी किसी भी सूचना के सार्वजनिक होने पर बेहद अफसोस है जो गोपनीय रखी जानी चाहिए थी. इनमें वे निजी बातचीत भी शामिल हैं जो सहयोगी देशों के राजनयिकों के साथ हुईं. उनमें व्यक्त विचारों और विश्लेषण के सार्वजनिक होने पर भी हमें अफसोस है."

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः महेश झा

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