गॉल टेस्ट में श्रीलंका का खेल खात्मे की ओर
२० जुलाई २०१०श्रीलंकाई टीम की चाहत थी कि गॉल टेस्ट में उसके स्टार स्पिनर मुथैया मुरलीधरन आठ विकेट झटकें और 800 टेस्ट विकेटों का आंकड़ा छू लें. मुरली भी चाहते थे कि अपने आखिरी टेस्ट में वह भारत के खिलाफ शानदार प्रदर्शन कर विदाई को यागदार बनाएं, लेकिन लगता है कि बारिश ने इन ख्वाबों को धो डाला.
दूसरे दिन बारिश की वजह से खेल नहीं हो सका. तीसरे दिन बारिश तो थमी लेकिन मैदान गीला होने की वजह खेल देर से शुरू हुआ. बारिश की वजह से टीम इंडिया को फायदा ही हुआ. भारत के बेजान से लग रहे तेज गेंदबाजों को विकेट में नमी का फायदा मिला.
श्रीलंका की पारी 256 से तीन रन आगे ही पहुंची थी कि ईशांत शर्मा ने शतकवीर परनाविताना को पैवेलियन भेज दिया. परनाविताना ने 111 रन बनाए. इसके बाद समरवीरा मैदान पर आए और बिना खाता खोले लौट गए. उन्होंने अभिमन्यु मिथुन ने अपना शिकार बनाया. कुछ ही देर पहले धाकड़ बल्लेबाज महेला जयवर्धने 48 रनों के व्यक्तिगत स्कोर पर आउट हो गए. ईशांत शर्मा को उनका विकेट मिला. 41 रन बनाने वाले मैथ्यूज तीसरे दिन शर्मा का तीसरा शिकार बने.
तेज खेलकर 450 या 500 रन बना ले. और फिर भारत को बुधवार को बल्लेबाजी करने उतरना पड़े. चौथे और पांचवें दिन गेंद काफी स्पिन होगी. श्रीलंका का सपना है कि वह डेढ़ या दो दिन के खेल में भारत को दो बार ऑल आउट कर मुरली को शानदार विदाई देंगे. लेकिन ये उम्मीदें बेहद कमजोर हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: उभ