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गुरु को दामाद बताने पर गडकरी माफी नहीं मांगेंगे

९ जुलाई २०१०

संसद पर हमले में दोषी पाए गए अफजल गुरु को कांग्रेस का दामाद बताने वाले बयान पर बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है. कांग्रेस ने गडकरी पर पलटवार किया है लेकिन अड़े हैं नितिन गडकरी.

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फिर विवादों मेंतस्वीर: UNI

कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर दबाव बना रही है कि उन्हें अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए लेकिन गडकरी इससे इनकार कर रहे हैं और उनका कहना है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा है. जब एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि कांग्रेस की माफी की मांग पर वह क्या कहना चाहते हैं तो उन्होंने कहा, "मैंने कुछ गलत नहीं कहा है. मैं अपने रुख पर कायम हूं और माफी मांगने की कोई वजह नहीं है."

Mohammad Afzal Guru
तस्वीर: AP

गडकरी का मानना है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा है और जवाब कांग्रेस को देना चाहिए कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन क्यों नहीं कर रही है. गडकरी ने आरोप लगाया है कि सरकार अफजल गुरु की फाइल पर कोई फैसला नहीं ले रही है और मामला चार सालों से अटका पड़ा है.

मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा है कि पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री शिवराज पाटिल के निर्देश पर ही इस मामले पर फैसला नहीं हो पाया. गडकरी के मुताबिक अब यह मामला राष्ट्रपति के पास विचार के लिए पड़ा हुआ है.

गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने एक रैली के दौरान यूपीए सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार अफजल गुरु को फांसी पर नहीं चढ़ा रही है. अपने भाषण में गडकरी ने पूछा कि उसके साथ खास बर्ताव क्यों किया जा रहा है, क्या वह कांग्रेस का दामाद है.

गडकरी के इस भड़काऊ बयान पर कांग्रेस ने भड़कने में देर नहीं लगाई और गडकरी पर निशाना साधते हुए कहा कि गडकरी अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं और उन्हें मदद की सख्त जरूरत है.

कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने गडकरी पर कड़े प्रहार करते हुए कहा कि गडकरी की टिप्पणी भद्दी, अश्लील और बकवास है. तिवारी ने कहा कि ऐसा लगता है कि बीजेपी के माननीय अध्यक्ष ने अपना संतुलन खो दिया है. बीजेपी को उन पर दया करने और उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाने की जरूरत है. उन्हें जल्द मदद की जरूरत है.

कुछ ही महीने पहले भारतीय जनता पार्टी की कमान संभालने वाले गडकरी अपने बयानों के चलते विवादों में रहे हैं. हाल ही में उन्होंने लालू प्रसाद यादव और मुलायम सिंह यादव को अपने भाषण में कुत्तों की संज्ञा दी थी जिससे बवाल मच गया था.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ओ सिंह