गायक अभिजीत की बदजुबानी पर लगाया ट्विटर ने ताला
२४ मई २०१७ट्विटर ट्रोल्स - यानि वो लोग जो सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखने वाले लोगों के पीछे पड़ जाते हैं, उन्हें भला बुरा बोलते हैं, गालियां देते हैं, और खासतौर पर महिलाओं को धमकी भरी बातें लिखते हैं. ऐसे कई ट्रोल्स के बारे में बीते दिनों में कई बार शिकायतें आयीं. लेकिन तमाम शोर मचने के बावजूद ट्विटर ने खुद कभी दखल नहीं दिया. ट्विटर और फेसबुक जैसी लोकप्रिय सोशल मीडिया साइटों पर हाल के महीनों में इस बात का दबाव काफी बढ़ा है कि वे घृणा फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करें. इस बार एक महिला के बारे में बेहद घटिया बातें लिखने के कारण बॉलीवुड गायक अभिजीत भट्टाचार्य के ट्विटर अकाउंट को खुद कंपनी ने ही स्थगित कर दिया.
अभिजीत ने जेएनयू छात्रा और एक्टिविस्ट शेहला रशीद के बारे में बेहद आपत्तिजनक बातें लिखी थीं. इसके अलावा पहले भी उनके अकाउंट से महिलाओं के बारे में अभद्र टिप्पणियां की जाती रही हैं. वे खुद को प्रधानमंत्री मोदी के कट्टर समर्थक और स्वघोषित ‘देश रक्षक‘ बताते हैं. 2016 में अभिजीत को गिरफ्तार भी किया जा चुका है, जब पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने अभिजीत पर भड़काऊ कमेंट करने को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करायी थी. जमानत लेकर बाहर आने के बाद भी अभिजीत ने कई बार कई महिलाओं के खिलाफ उलजुलूल बातें लिखी हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई को अपना ट्विटर अकाउंट बंद किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए अभिजीत ने दावा किया कि इसके पीछे लेखिका अरूंधति रॉय और जेएनयू समर्थक लोगों का हाथ है.
इसके पहले अभिनेता और बीजेपी सांसद परेश रावल ने भी अरुंधति रॉय को लेकर ट्विटर पर घृणा फैलाने वाली टिप्पणी की थी. बाद में उन्हें इस ट्वीट को मिटाना पड़ा. गायक सोनू निगम ने 24 ट्वीट्स की झड़ी लगा दी और उसमें बताया कि वे ट्विटर छोड़ रहे हैं.
इन नाटकीय घटनाक्रम के बाद अभिनेता अनुपम खेर ने सोनू निगम को एक सम्मानित और प्रेरणादायी व्यक्ति बताते हुए उनके समर्थन में ट्वीट किया.
ट्विटर पर ट्रोल्स की एक पूरी जमात मौजूद है. ऐसे लोग सक्रिय रूप से चुन चुन कर मशहूर लोगों को निशाना बनाते हैं और सनसनीखेज, आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणियां कर मामले को तूल देने का काम करते हैं. हाल के सालों में ट्विटर ऐसे स्वघोषित राष्ट्रवादियों और कथित 'देशद्रोहियों' की लड़ाई का मैदान बन चुका है.
आरपी/एमजे