'गरबा देखने गये दलित युवक की हत्या'
२ अक्टूबर २०१७21 साल के जयेश सोलंकी और उनके रिश्तदार भाई प्रकाश पर रविवार की रात कथित रूप से तब हमला किया गया जब वो गरबा का नाच देखने गये थे. घटना आणंद जिले के बोरसाड इलाके की है. हिंदुओँ के बड़े त्यौहार नवरात्रि के दौरान गुजरात में गरबा होता है. स्थानीय पुलिस सुपरिटेंडेंडट आनंद सौरभ सिंह ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "हमने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने बोरसाड इलाके जयेश सोलंकी को पीट पीट कर मारा डाला."
पुलिस का कहना है कि जयेश के रिश्ते के भाई प्रकाश ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई. उनका कहना है कि इनमें से एक शख्स ने उन लोगों से पूछा था कि वो यह नाच क्यों देख रहे हैं. पुलिस के मुताबिक प्रकाश ने बताया कि आरोपी शख्स ने उनकी जाति को लेकर उन्हें गालियां दी और फिर वहां से चला गया. थोड़ी देर बाद वह सात दूसरे लोगों के साथ वापस लौटा और उन उन लोगों ने इन दोनों की पिटाई शुरू कर दी. इन लोगों ने पहले प्रकाश को थप्पड़ मारा और जब जयेश ने लड़ाई रोकने की कोशिश की तो उसे धक्का देकर दूर हटाया. पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा गया है, "उन लोगों ने उसे इतनी जोर से धक्का दिया कि उसका सिर दीवार से जा टकराया और वह गिर गया." पुलिस का कहना है कि जयेश को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
गुजरात में दलितों पर बीते कुछ सालों में कई हमले हुए हैं और इस हमले को भी दलितों के खिलाफ हिंसा की कड़ी में नया मामला कहा जा रहा है. पिछले हफ्ते भी ऊंची जाति के कुछ लोगों ने दो दलितों की सिर्फ इस बात के लिए पिटाई कर दी थी कि दलित युवकों ने मूंछें रख ली थी. पिछले साल दलितों के खिलाफ हिंसा के मामलों ने तब जोर पकड़ ली थी जब चार दलितों को गौरक्षकों के दल ने गाय मारने के नाम पर गलत तरीके से आरोपी मान कर उन्हें पीटा और उनके कपड़े उतार कर सार्वजनिक रूप से नंगा कर दिया. उसी घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलितों को के खिलाफ हमले बंद करने और जाति के आधार पर भेदभाव बंद करने का आग्रह किया था.
एनआर/ओएसजे (एएफपी)