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गजा हमलों की जांच कराएगा इस्राएल

१४ जून २०१०

गजा के पास समुद्र में जहाजों पर कातिलाना हमले की जांच इस्राएल खुद कराएगा और इसके लिए एक समिति बनाई जाएगी. इस समिति में दो विदेशी पर्यवेक्षक भी शामिल किए जाएंगे. इस्राएली हमले में नौ राहतकर्मी मारे गए थे.

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तस्वीर: AP

इस्राएल ने अमेरिका से विचार विमर्श करने के बाद इस मामले की आंतरिक तौर पर जांच कराने का फैसला किया है. हालांकि संयुक्त राष्ट्र चाहता था कि 31 मई की इस घटना की अंतरराष्ट्रीय जांच की जाए. इस्राएल ने राहत सामग्री ले जा रहे जहाजों पर हमला कर दिया था, जिसमें नौ राहतकर्मी मारे गए थे. इसके बाद दुनिया भर में इस्राएल की निंदा हुई थी. हालांकि वह अपनी कार्रवाई को न्यायोचित बता रहा है.

अमेरिका ने इस्राएल के जांच के फैसले का स्वागत किया है और कहा कि इस्राएल इस मामले की जांच कराने में सक्षम है. व्हाइट हाउस के प्रवक्ता रॉबर्ट गिब्स ने हालांकि कहा, "लेकिन हम पहले से इस प्रक्रिया या इसके नतीजे के बारे में कुछ नहीं कहेंगे. पहले हम जांच के नतीजों का इंतजार करेंगे."

इस्राएली प्रधानमंत्री बेन्यामिन तेनान्याहू के दफ्तर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सोमवार को सरकार इस जांच के लिए आखिरी फैसले का एलान करेगी. जांच इस बात की होगी कि क्या इस्राएल ने हमले के साथ अंतरराष्ट्रीय मानकों को तोड़ा तो नहीं है.

Israelischer Angriff auf Hilfskonvoi für Gaza
हमले के वक्त की तस्वीरतस्वीर: AP

इस्राएल का कहना है कि उसके कमांडो ने उस जहाज पर हमला किया था, जिसमें फलीस्तीन समर्थक तुर्क कार्यकर्ता सवार थे और वे तुर्की के झंडे वाले जहाज में आगे बढ़ रहे थे. इस्राएल का कहना है कि वे छोटे चाकू और लोहे की छड़ों से लैस थे. कमेटी इस जहाज के क्रू सदस्यों की भी जांच करेगी. इस्राएल ने अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद जांच का आदेश देने का फैसला किया है. इसके साथ ही वह गजा की घेरेबंदी में भी ढील देने पर विचार कर रहा है.

हमास ने गजा पट्टी पर 2007 में नियंत्रण कर लिया था. वे इस्राएल को मान्यता देने से इनकार करते रहे हैं.

नेतान्याहू का कहना है कि वे अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मुद्दे पर बात करते रहेंगे कि किस तरह गजा में हथियारों की सप्लाई को रोका जा सके और वहां मानवीय सहायता पहुंचती रहे. उन्होंने इस बात के संकेत दिए कि गजा को जाने वाले रास्तों पर लगाए गए बैरिकेडों में ढील दी जा सकती है.

प्रधानमंत्री के बयान में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जैकब तुर्केल जांच कमेटी की अध्यक्षता करेंगे. इसमें दो इस्राएली सदस्य और दो विदेशी पर्यवेक्षक भी होंगे. विश्व समुदाय से दबाव बनने के बाद विदेशी पर्यवेक्षकों को रखने का फैसला किया गया. ये पर्यवेक्षक उत्तरी आयरलैंड के नॉबेल पुरस्कार विजेता डेविड ट्रिम्बल और कनाडा के केन वॉटकिन होंगे. इस मामले में इस्राएली सेना ने अपनी अलग जांच का भी एलान किया है. सरकारी जांच में सेना के अधिकारियों से पूछताछ नहीं की जाएगी और उनके उन्हीं बयानों को आधार बनाया जाएगा, जो वे सेना की जांच में देंगे.

रिपोर्टः रॉयटर्स/ए जमाल

संपादनः ओ सिंह