खेल देखने वाले जरा टिकट भी देख लें
२ अक्टूबर २०१०गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, "खिलाड़ियों को सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए सारे प्रबंध हो चुके हैं और ये बिल्कुल सटीक हैं. अधिकारियों, दर्शकों, मेहमानों, स्वयंसेवकों और कामगारों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है."
बयान में कहा गया है कि टिकट के साथ आयोजन समिति ने कुछ दिशा निर्देश भी जारी किए हैं और दर्शकों को उनका ख्याल रखना होगा. इन दिशा निर्देशों में कहा गया है कि दिल्ली में भारी ट्रैफिक से बचने के लिए दर्शकों को स्टेडियम तक आने के कार्यक्रम की योजना पहले से ही बना लेनी चाहिए और पंक्तियों में खड़ा होने के लिए भी तैयार रहना चाहिए.
दिशा निर्देशों में लिखा है, "आपको अपने टिकट के साथ अपना पहचान पत्र भी लाना होगा. टिकट या पहचान पत्र के बिना किसी को भी स्टेडियम में जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी."
गृह मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि टिकट को पढ़ने के लिए फ्लैप बैरियर और आरएफ रीडर लगाए गए हैं. बयान के मुताबिक, "अगर रीडर ने टिकट या पहचान पत्र को अवैध बताया तो दोबारा कोशिश की जाएगी. लेकिन दोबारा भी टिकट को अवैध बताया जाता है तो अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी."
ऐसा भी लिखा गया है कि कई बार तकनीकी दिक्कतों के कारण रीडर को टिकट पढ़ने में कुछ परेशानी हो सकती है. ऐसी स्थिति में सुरक्षाकर्मी खुद दर्शक की पूरी जांच करेंगे. दिशा निर्देशों में यह बात भी साफ की गई है कि हर दर्शक को तलाशी और सुरक्षा जांच की प्रक्रिया से गुजरना होगा.
गृह मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करें और अपनी गाड़ियां स्टेडियम तक लाने से बचें.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एमजी