एरदोवान को बर्दाश्त नहीं "बकरी" वाला व्यंग्य
१३ अप्रैल २०१६जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने मंगलवार को तुर्की के राष्ट्रपति एरदोवान की शिकायत के विषय पर बोलते हुए एक बार फिर जर्मनी में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के महत्व को रेखांकित किया. मैर्केल का मानना है कि यह मामला दोनों देशों के बीच शरणार्थियों को लेकर जारी सहयोग के राजनीतिक मुद्दे से बिल्कुल अलग है. जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल के लिए शरणार्थी संकट के समाधान में तुर्की और तुर्की के राष्ट्रपति महत्वपूर्ण पार्टनर हैं.
तुर्की के राष्ट्रपति उस जर्मन टीवी व्यंग्यकार को सजा दिलवाना चाहते हैं जिसने उनके खिलाफ एक कविता के रूप में कई अपमानजनक बातें कहीं. 31 मार्च को जर्मनी की सार्वजनिक प्रसारण सेवा जेडडीएफ के देर रात प्रसारित होने वाले शो "नियो मागाजीन रोयाल" में एरदोवान पर लिखी अपनी कविता में कॉमिडियन बोएमरमन ने साफ तौर पर तुर्की के अल्पसंख्यक कुर्द और ईसाई समुदाय की ओर से कुछ उकसाने वाली बातें कहीं. एरदोवान का उल्लेख "बकरी से सेक्स करने वाले" के तौर पर भी किया.
मैर्केल ने जर्मनी की संविधान में सुनिश्चित "अकादमिक और कला के क्षेत्र में अभिव्यक्ति की आजादी" के मूल्यों के किसी भी राजनीतिक संकट की स्थिति में भी उतना ही वैध बताया. चांसलर मैर्केल ने "जानबूझकर अपमानजनक" बनाई गई कॉमिडियन बोएमरमन की इस कविता पर तुर्की की शिकायत को "बहुत सावधानी" से देखे जाने की बात कही. इस शिकायत पर मैर्केल का कार्यालय और कई अन्य सरकारी विभाग विचार कर रहे हैं और आने वाले दिनों में किसी निर्णय पर पहुंचेंगे.
35 साल के कॉमिडियन बोएमरमन के खिलाफ जर्मन अभियोजन पक्ष ने पिछले हफ्ते एक प्रारंभिक जांच शुरु की. बोएमरमन ने कविता में साफ कहा था कि वे जानते हैं कि ऐसा कहने से वे जर्मनी के मुक्त भाषण की कानूनी सीमा को लांघ रहे हैं लेकिन फिर भी आगे बढ़ते हुए उन्होंने एरदोवान को "भेड़-बकरियों से सेक्स करने वाला" तक कह डाला. पिछले महीने मार्च में जर्मनी के क्षेत्रीय ब्रॉडकास्टर एनडीआर के एक कार्यक्रम में व्यंगात्मक गाने "एरदोवी, एरदोवो, एरदोवान" का विरोध करने के लिए तुर्की ने जर्मन राजदूत मार्टिन एर्डमन को दो बार तलब किया और वीडियो को नष्ट करने की मांग की थी. बोएमरमन ने यह कविता तुर्की की प्रतिक्रिया पर टिप्पणी करते हुए लिखी थी.
इस बीच बोएमरमन को पुलिस सुरक्षा दी गई है. इस हफ्ते वे अपने टीवी शो पर भी नहीं दिखेंगे. उन पर जर्मनी के क्रिमिनल कोड के सेक्शन 103 के तहत मुकदमा चलाया जा सकता है. इस कानून में किसी विदेशी राष्ट्र के प्रतिनिधि के अपमान से जुड़े आरोप में दोषी पाए जाने पर तीन साल तक की जेल हो सकती है. हालांकि इस कानून का बिरले ही इस्तेमाल हुआ है. कई राजनीतिज्ञ इसे खत्म करने की भी मांग कर रहे हैं. इसके इस्तेमाल का यादगार मामला 1960 के दशक में हुआ था जब ईरान के शाह ने कोलोन के एक अखबार में उनका कार्टून जैसा मोंटाज बनाए जाने के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. कई दूसरे यूरोपीय देशों में ऐसे कानून अब नहीं हैं.
तुर्की के राष्ट्रपति एरदोवान को किसी भी तरह की आलोचना ना बर्दाश्त करने वाले और ऐसी किसी भी हरकत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने वाले नेता के तौर पर जाना जाता है. तुर्की अभियोक्ताओं के अनुसार 2014 में उनके राष्ट्रपति बनने से लेकर अब तक ऐसे करीब 2,000 मामलों में कानूनी शिकायतें दर्ज कराई गई हैं जो एरदोवान को अपमानजनक लगीं. इन लोगों में कई पत्रकार, कार्टूनिस्ट, शिक्षाविद और यहां तक की स्कूल के छात्र भी शामिल हैं.
अब ये सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या एरदोवान की कानूनी शिकायत से जर्मनी और तुर्की के बीच शरणार्थियों के मुद्दे पर जारी सहयोग पर भी असर पड़ेगा.