क्या सच में सुरक्षित
मुंबई की लोकल ट्रेनों में महिलाओं के लिए विशेष कंपार्टमेंट हैं, दिल्ली की मेट्रो में भी, क्या आपको लगता है कि इससे महिलाएं सुरक्षित रहती हैं...
भारी भीड़
भारतीय ट्रेनें, खासकर शहरों में चलने वाली लोकल ट्रेनें खचाखच भरी होती हैं. ऐसे में महिलाओं को छेड़छाड़ से बचाने का सबसे अच्छा उपाय है उनके लिए अलग कंपार्टमेंट.
महिलाओं के लिए
मुंबई लोकल ट्रेनों में महिलाओं के लिए फर्स्ट और सेकंड क्लास में खास कंपार्टमेंट होते हैं. कई बार 11 से छह बजे के बीच यह आम जनता के लिए भी खुले रहते हैं. इसकी सूचना दरवाजे पर लगी होती है.
आदत
रोज आने जाने वाली कामकाजी महिलाओं को बराबर पता होता है कि महिलाओं का डिब्बा प्लेटफॉर्म पर कहां आएगा.
सभी ट्रेनों में
दिल्ली, मुंबई, चेन्नई की लोकल ट्रेनों में तो महिलाओं के लिए खास डिब्बे होते ही हैं. इन्हें इंटरसिटी ट्रेनों में शुरू किया गया था.
सवाल
हालांकि महिलाओं के इन डिब्बों को सुरक्षित माना जाता है लेकिन अक्सर इस पर सवाल उठते हैं.
आधी आबादी
अपने ही समाज में असुरक्षित हैं महिलाएं, क्या उन्हें अलग रख कर सुरक्षित रखा जा सकता है.
दिल्ली
महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित माने जाने वाले दिल्ली में महिलाओं के लिए विशेष अपार्टमेंट से कुछ फायदा हुआ दिखाई देता है.
आगे भी
कोलकाता और दिल्ली की तर्ज पर भारत के कई शहरों पर मेट्रो लाने की योजना है. इनमें जयपुर, मुंबई भी शामिल है.