कोलोन कला मेला: आर्ट कोलोन
जर्मनी के कोलोन शहर में होने वाला आर्ट कोलोन, दुनिया भर के कला मेलों में सबसे अहम है. रविवार तक चलने वाले इस मेले में 25 देशों के कलाकर 221 गैलरियों के साथ पहुंचे हैं.
शिकार और शिकारी
'खरगोश का डर' नाम की यह पेंटिंग फ्रांस मार्क ने 1912 में बनाई थी. इसकी कीमत है 94 लाख यूरो, आर्ट कोलोन की सबसे महंगी पेंटिंग.
जर्मनी का बाजार
जर्मनी के कई गैलरिस्ट और संग्रहकर्ता तो यहां आते ही हैं, अमेरिका की गैलरी 'हाउजर एंड विर्थ' ने भी हिस्सा लिया है. उनके कलाकार पॉल मैककार्थी की पेंटिंग 'अल्पाइन मैन' की कीमत है 18 लाख डॉलर.
हां-हां कहने वाले
अमेरिकी मूर्तिकार रिचर्ड जैक्सन की 'बॉबल हेड' नाम की मूर्ति सबका ध्यान खींचती है. एक लाख बीस हजार डॉलर की ये मूर्ति हाउजर और विर्थ ने ही पेश की है.
बीजिंग से
आई वेईवेई भी आर्ट कोलोन में आ रहे हैं. लेकिन वर्चुयल अंदाज में क्योंकि उन्हें चीन से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है. इन गुलदस्तों के नीचे तारीख लिखी हुई हैं. जब तक चीन सरकार उन्हें पासपोर्ट वापस नहीं कर देती, वे हर रोज अपने घर के बाहर एक गुलदस्ता रखेंगे.
सूप खत्म
एंडी वॉरहोल अपने 'ब्रिलो एंड कैंपबेलसूप बॉक्स' से छा गए हैं. वॉरहोल ने यह बॉक्स कैनवास पर बनाया है और इसकी कीमत है साढ़े बारह लाख डॉलर.
ये कैसे हार
जॉं मिषेल ओथोनील के हार देखने में बहुत हल्के फुल्के से लगते हैं. लेकिन गहनों की तरह पहना नहीं जा सकता क्योंकि असल में ये कई किलो के हैं.
दीवार पर कला
20 साल में पहली बार लंदन की गैलरिस्ट विक्टोरिया मुरो आर्ट कोलोन में आई हैं और उनके साथ एल्मग्रीन और ड्रैगसेट की कलाकृतियां भी. 'पिनाकोथेक ऑफ द मॉडर्न' नाम की यह कलाकृति 48 हजार पाउंड की है.
ऑइल कलर
आर्ट कोलोन में युवा कलाकारों को बढ़ावा देना अहम है. प्रदर्शनी के हिस्से 'न्यू पोजिशन' में युवा कलाकार आते हैं. बैरुत से 29 साल के रैयाने ताबेत तेल उद्योग के असर को दिखाते हैं. उन्होंने तेल कंपनियों एसो, मोबिलऑइल और काल्टेक्स के लोगो मूर्तियों में तब्दील कर दिए हैं.
सफलता
मेले के प्रमुख कहते हैं कि जर्मनी के राइनलैंड इलाके की मजबूत परंपरा मेले की सफलता में मुख्य भूमिका निभाती है. एक नए सेक्शन में अमेरिकी और जर्मन गैलरियों के साझा काम को भी दिखाया गया है.