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कोरिया में सैन्य अभ्यास से चीन नाखुश

२५ नवम्बर २०१०

एक ओर जहां सैन्य ताकत के प्रदर्शन के जरिए उत्तर कोरियाई हमले के जवाब में स्पष्ट संदेश भेजा जा रहा है, वहीं चीन ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैनिक अभ्यास पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है.

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उत्तर कोरियाई नेता किम जोन्ग इलतस्वीर: picture-alliance/dpa

गुरुवार को चीनी विदेश मंत्रालय के एक वक्तव्य में अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया है कि चीन कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव के सिलसिले में वॉशिंगटन के साथ संपर्क बनाए हुए है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेई ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस बारे में आ रही रिपोर्टों पर ध्यान देते हुए चीन अपनी गहरी चिंता व्यक्त कर रहा है. इससे पहले दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्रालय के एक वक्तव्य में कहा गया था कि अमेरिका के साथ संयुक्त सैनिक अभ्यास उत्तर कोरिया के लिए एक स्पष्ट संदेश होगा.

होंग लेई ने कहा कि उत्तर कोरिया को परमाणु निरस्त्रीकरण के रास्ते पर लाने के लिए छह पक्षों की बातचीत अत्यंत जरूरी है. उन्होंने कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप में स्थिति को सामान्य बनाने के लिए सभी पक्षों को और अधिक कदम उठाने चाहिए.

दक्षिण कोरिया के एक द्वीप पर उत्तर कोरियाई तोपखानों के हमले के बाद अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान की ओर से चीन से अपील की जा रही थी कि वह प्योंगयांग में अपने प्रभाव का इस्तेमाल करे. इस हमले में चार लोगों की मौत हो गई है.

इस साल दक्षिण कोरियाई तट पर अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त नौसैनिक अभ्यास हुए. दोनों देशों ने कहा कि ये अभ्यास उत्तर कोरिया को चेतावनी देने के लिए हैं. चीन ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि ऐसे सैन्य अभ्यासों से क्षेत्र में शांति और स्थिरता को खतरा पहुंचता है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ

संपादन: ए कुमार

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