कोबानी के लिए निर्णायक लड़ाई
तुर्की और सीरिया की सीमा पर स्थित कोबानी शहर में कुर्दों और इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के बीच भीषण लड़ाई जारी है. शहर पर दो तरफ से हमला करने की रणनीति के तहत आतंकवादियों ने कई इमारतों पर कब्जा कर लिया है.
इस्लामिक स्टेट के झंडे
कोबानी शहर के पूर्वी हिस्से से इस्लामिक स्टेट के दो झंडे देखे जाने की पुष्टि समाचार एजेंसी रॉयटर्स के संवाददाता ने की है. तुर्की की सीमा के पास यह झंडे साफ तौर पर देखे जा सकते हैं. 6 अक्टूबर की इस तस्वीर में इस्लामिक स्टेट का आतंकवादी आईएस के प्रतीकात्मक झंडे के पास जाता हुआ दिख रहा है. कुर्द लड़ाकों का कहना है कि आतंकी अब तक सिटी सेंटर तक नहीं पहुंच पाए हैं.
जान बचाते लोग
कुर्द डेमोक्रेटिक यूनियन पार्टी के मुताबिक सोमवार को कोबानी से दो हजार सीरियाई महिलाएं और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. आईएस कोबानी पर कब्जा जमाना चाहता है ताकि वह उसे अपने योजना के मुताबिक इस्लामी राज्य में शामिल कर सके. आईएस के सुन्नी इस्लाम के निरंकुश शासन ने पूरे मध्य पूर्व में खलबली मचा दी है.
तैयार हैं टैंक
हथियारबंद कुर्द लड़ाकों और आईएस के आतंकियों के बीच जारी संघर्ष के बीच सुरुक जिले के पास तैनात तुर्क सेना के टैंक. यह जिला तुर्की के सनलीउर्फा प्रांत में आता है. ऐसी आशंका है कि कोबानी पर कब्जा जमा लेने के बाद आतंकियों के हाथ हजारों किलोमीटर लंबी तुर्की और सीरियाई सीमा आ जाएगी.
दूर से नजर
तुर्की के शहर सुरुक के पास स्थित तुर्की-सीरिया बॉर्डर क्रॉसिंग के पास से कोबानी शहर पर नजर बनाए हुए तुर्क सेना के जवान. अब तक कोबानी शहर से करीब एक लाख साठ हजार सीरियाई नागरिक जा चुके हैं जिनमें ज्यादातर कुर्द शामिल हैं.
भविष्य की चिंता
सीरियाई शहर कोबानी से उठते धुएं के बीच मुर्सितपिनार में तुर्की और सीरिया बॉर्डर क्रॉसिंग के पास खड़े लोग. तुर्की की संसद ने आईएस के खिलाफ अमेरिकी गठबंधन में तुर्की सेना को शामिल होने की मंजूरी दे दी है.
महिलाओं और बच्चों पर आफत
सीरियाई कुर्द शरणार्थी खुद को बारिश से बचाते हुए. आईएस की कार्रवाई के कारण कुर्द महिलाओं और बच्चों सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. इस तस्वीर में दिख रहे शरणार्थी सीरियाई शहर कोबानी से तुर्की में दाखिल हुए हैं.