कैसी कैसी मशीनें
पुर्जों से बात करते पुर्जे, इंसानी दिमाग को समझती मशीनें और प्रकृति से सीख ले कर बनाई गई नायाब तकनीक. इंसानी बुद्धि लगातार कृत्रिम बुद्धि को पैना कर रही है. देखें तस्वीरों में अजीबोगरीब मशीनें.
हवा हवा
छोटी सी प्यारी सी दिखने वाली यह कार विंडराइश कंपनी की है और इसकी खासियत है कि यह हवा से बात तो करती ही है और चलती भी हवा से ही है.
एक्सो हैंड
रोबोटिक मशीनें इंसान की मदद के लिए बनाई जाती है. इसका एक उदाहरण है ये हाथ, जो पैकिंग इंडस्ट्री में काम आ सकता है. इस मशीनी हाथ की मदद से ऐसी पैकिंग की जा सकती है जो आम इंसान शरीर की ताकत से नहीं कर सकता.
काम हल्का
भारी मशीनों का इस्तेमाल इंसानी काम को हल्का करने के लिए किया जा रहा है लेकिन अक्सर यही ऑटोमैटिक दुनिया इंसानों के रोजगार भी लेती है. मशीनों के इस दखल पर लंबे समय से बहस हो रही है.
इलेक्ट्रो- रेसिंग
जर्मनी के शोध संस्थान फ्राउनहोफर इंस्टीट्यूट की यह कार खास रेसिंग के लिए बनाई गई है और बिजली से चलती है.
पुराने राज
नई तकनीक से पुराने राज खोलने की कोशिश हो रही है मैनहाइम के राइस एंगेलहॉर्न म्यूजियम में. फ्राईबुर्ग यूनिवर्सिटी के साथ मिल कर यहां एक विशेष सॉफ्टवेयर के जरिए बर्फीले युग में मिले कंकालों को पूरा बनाया जा रहा है और उसके राज तलाश किए जा रहे हैं.
यादें ताजा
पुराने ट्रिंग ट्रिंग वाले टेलीफोन की सबको याद आती है. अविष्कारों में कहीं पीछे रहे गए इस फोन को फिर से जिंदा करने की कोशिश हो रही है वो स्मार्ट फोन के साथ कनेक्ट करके.
मक्खी जैसा रोबोट
जर्मन कंपनी फेस्टो का यह बायोनिक ऑप्टर यानि उड़ने वाला रोबोट मक्खी जैसा दिखता है.
बायोनिक बाइक
प्रकृति से सीखे गए डिजाइन काफी अलग होते हैं, जैसे यह बायोनिक बाइक, इसे बनाने की प्रेरणा तेज दौड़ने वाले जानवरों से ली गई है.
फोटो नहीं, मूर्ती
स्कैनमोशन की सॉफ्टवेयर से आपकी तस्वीर ली जाती है और प्रिंटर बनाती है आपकी मूर्ति. यानी 3डी प्रिंटर.
हल्का भी मजबूत भी
बढ़ई और पाइप फिटिंग जैसे कामों के लिए इस्तेमाल होने वाले औजार आमतौर पर भारी होते हैं. लेकिन इस तस्वीर में दिखाया गया पकड़ का यह औजार ऐसा बनाया है कि यह हल्का हो पर ताकत लगाने पर टूटे नहीं.