कैसा था ऑरलैंडो का हत्यारा
१५ जून २०१६अमेरिका में पैदा हुए अफगानी प्रवासी के बेटे मतीन ने मौका-ए-वारदात से ही फोन मिला कर किसी से बात की थी. उसे फोन पर बोलते सुना गया कि वो चाहता है कि अमेरिका उसके देश पर बमबारी करना बंद करे. यह बातें हमले में घायल हुए एक व्यक्ति ने अस्पताल से ही बताई हैं.
ऑरलैंडो में हुए सामूहिक हत्याकांड की जांच में लगी एफबीआई को क्लब वालों से पता चला है कि हमलावर खुद उस क्लब में अक्सर जाता था. वह कई बार वहां से दूसरे लड़कों को अपने साथ ले जाने की कोशिश भी कर चुका था.
हत्याकांड का मकसद का पता लगाने के लिए कई तरह की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. मतीन ने घटनास्थल से पुलिस को 911 पर फोन कर खुद को इस्लामिक स्टेट से जुड़ा बताया था. वहीं उसकी पूर्व पत्नी ने बताया है कि वह मानसिक रूप से बीमार था. वहीं उसके पिता का कहना है कि उसने यह कदम समलैंगिकों के लिए अपनी नफरत के कारण उठाया था.
मतीन की पत्नी नूर सलमान पर भी शक है. बताया जा रहा है कि नूर को भी इस मास मर्डर की योजना के बारे में घटना के पहले से पता था. जांचकर्ता अब यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या वो और उसका पति हाल ही में उस क्लब में गए थे. फेडरल ग्रैंड जूरी हत्यारे की पत्नी को भी सजा सुना सकती है.
एफबीआई ने मतीन का फोन ढूंढ लिया है. उसमें मौजूद लोकेशन डाटा से इस बात की पुष्टि हो जाएगी कि वह पहले उस क्लब में गया है या नहीं. कुछ मनोचिकित्सकों का मानना है कि मतीन को सेक्सशुल दिक्कतें थी और उसे समलैंगिक पुरुषों से नफरत थी. नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के मनोविशेषज्ञ मिषाएल न्यूकॉम्ब कहते हैं, "जो लोग अपने सेक्शुअल रुझान को लेकर आरामदायक स्थिति में नहीं होते, वे कई बार अंदर जैसा महसूस करते हैं उसका बिल्कुल उल्टा करते हैं."
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बताया है कि जांचकर्ताओं को इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि इस सामूहिक हत्या मामले में किसी विदेशी आतंकी संगठन का हाथ है.