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कृष्णा ने कॉमनवेल्थ गेम्स की सफलता का भरोसा दिया

२९ सितम्बर २०१०

कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारी में देरी के चलते भारत को शर्मिंदगी उठानी पड़ी लेकिन अब भारत अपनी छवि को पहुंचे नुकसान को दूर करने की कोशिश कर रहा है. विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने न्यू यॉर्क में कहा है कि खेल सफल साबित होंगे.

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कॉमनवेल्थ की भव्य तैयारीतस्वीर: AP

दिल्ली में 3 से 14 अक्तूबर तक कॉमनवेल्थ गेम्स होने हैं और उसमें हिस्सा ले रहे 71 देशों के प्रतिनिधियों को भारत भरोसा दिला रहा है कि खेल सफल होंगे. कॉमनवेल्थ देशों के मंत्रियों के साथ न्यूयॉर्क में बैठक के दौरान भारत के विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने खेल प्रतिनिधियों को दिल्ली आने का न्योता दिया. बैठक के बाद कृष्णा ने बताया कि उन्होंने कॉमनवेल्थ देशों के खेल संघों के प्रतिनिधियों और प्रवक्ताओं को भारत आने का निमंत्रण दिया है. कृष्णा ने उम्मीद जताई कि भारत आकर उन्हें अच्छा लगेगा.

Der indische Außenminister S. M. Krishna
एसएम कृष्णातस्वीर: UNI

संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क पहुंचे कृष्णा ने खेलों के प्रति फैली चिंता को दूर करने का भी प्रयास किया. "जनता, सरकार और भारतीय प्रधानमंत्री संकल्प लिए हैं कि इन खेलों को सफल बनाना है." सुरक्षा के मुद्दे पर भी कृष्णा ने आश्वस्त करने का प्रयास किया और कहा कि जितने भी एथलीट और खेल प्रतिनिधि भारत आएंगे उन्हें पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी. कॉमनवेल्थ महासचिव कमलेश शर्मा ने भी भारत और गेम्स फेडरेशन को सफलता के लिए शुभकामनाएं दी हैं.

खेलगांव में पसरी गंदगी और अधकचरी सुविधाओं के चलते दिल्ली सरकार और आयोजक समिति की भारतीय और विदेश मीडिया में खासी फजीहत हुई. विदेशी मीडिया में ऐसी तस्वीरें दिखाई गईं जिसमें बेहद गंदे कमरे दिखाए गए थे. एक निर्माणाधीन पुल के गिर जाने से स्थिति विकट हो गई और कई खिलाड़ियों ने अपने नाम वापस ले लिए जिससे भारत में आयोजक समिति के हाथ पैर फूल गए.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए आनन फानन में बैठक की और खेलों की तैयारियों को तेज गति से करने का निर्देश दिया. इसके बाद से स्थिति काफी हद तक काबू में आ चुकी है और विदेशी एथलीटों ने भी खेलगांव में रहना शुरू कर दिया है. ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधि स्टीव मोनोघेटी ने एथलीटों को मुहैया कराई जा रही सुविधाओं पर संतोष जाहिर किया है और उनका कहना है कि खेलगांव उन्हें आरामदेह लग रहा है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए जमाल

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