किस देश पर सबसे ज्यादा टूटेगा कुदरत का कहर
सालाना वर्ल्ड रिस्क रिपोर्ट बताती है कि 171 देशों में से किस पर कुदरत की मार सबसे ज्यादा गिर सकती है. कतर सबसे सुरक्षित देश है यानी 171वें नंबर पर. वनुआतु सबसे ज्यादा खतरनाक स्तर पर है. भारत का रैंक 78 है.
पहला खुलासा
बीते दशकों में कुदरती कहर की घटनाएं बढ़ी हैं. 1980-82 में ऐसी 400 घटनाएं हुईं जिनमें 50 अरब डॉलर का नुकसान हुआ. 2012-15 में 900 घटनाएं दर्ज हुईं और 300 अरब डॉलर स्वाहा हो गए.
दूसरा खुलासा
रिपोर्ट बताती है कि बांग्लादेश और नीदरलैंड्स दोनों ही पर कुदरती कहर का खतरा बराबर है लेकिन बांग्लादेश नंबर 5 पर है जबकि नीदरलैंड्स 49 पर. ऐसा इसलिए है क्योंकि मूलभूत ढांचा बांग्लादेश में तैयार नहीं है.
तीसरा खुलासा
रिपोर्ट में 9 चीजों को ढांचागत जरूरतों में सबसे अहम बताया गया है. ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी, संचार, परिवहन, स्वास्थ्य सेवाएं, जल सप्लाई, खाना, वित्त, बीमा, प्रशासन की हालत और मीडिया और संस्कृति सब कुछ मिलकर एक सुरक्षित देश बनाते हैं.
चौथा खुलासा
अगर इन्फ्रास्ट्रक्चर सही नहीं होगा तो लोग ज्यादा खतरे में होंगे. 2008 के सिचुआन भूकंप में 5000 छात्र सिर्फ इसलिए मारे गए क्योंकि उनके स्कूल का निर्माण घटिया था.
पांचवां खुलासा
अफ्रीकी देश जैसे टोगो, बेनिन और नाइजीरिया बाढ़, अकाल और बढ़ते समुद्री जलस्तर आदि के कारण बेहद खतरनाक जोन में हैं. वहां विपदा की स्थिति में ढांचागत तैयारी भी खराब है.