कितने जरूरी हैं बैक्टीरिया और फंगस?
सूक्ष्मजीवों का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है. कभी ये जानलेवा बीमारी के लिए जिम्मेदार होते हैं, तो कभी खाने पीने की जरूरत भी बन जाते हैं.
फंगस से बचें
खाना पुराना होने पर अक्सर उस पर फंगस लग जाती है. यह हानिकारक हो सकती है. जिन लोगों का इम्यून सिस्टम बेहद कमजोर होता है, उनकी फंगस के संपर्क में बने रहने से मौत भी हो सकती है. कई लोग फंगस दिखने पर ब्रेड का टुकड़ा फेंक देते हैं और बाकी की ब्रेड का इस्तेमाल करने लगते हैं, ऐसा करने से बचें.
कुछ फायदे भी
सारे बैक्टीरिया, फंगस या वायरस नुकसानदायक नहीं होते, कई फायदेमंद भी होते हैं. जैसे केक में डालने वाला खमीर, दही का बैक्टीरिया या चीज में इस्तेमाल होने वाला फंगस. प्रोसेस्ड फूड बनाने में भी फंगस का इस्तेमाल किया जाता है. ये वसा को जलाने का भी काम करते हैं.
पहचानना मुश्किल
सलामी बनाने की प्रक्रिया काफी लंबी होती है. इसके लिए मांस को कई कई हफ्तों तक मसाले मिला कर सुखाया जाता है. इस दौरान साफ सफाई और सही तापमान का ध्यान रखना बहुत जरूरी हैं, क्योंकि गर्मी और नमी से फंगस पैदा हो सकता है. चिंता के बात यह है कि सलामी की बनावट ऐसी होती है कि इसे देख कर पता भी नहीं चलता कि यह सलामी का ही रंग है या फिर फंगस का.
बिना ऑक्सीजन के भी
क्लॉसट्रीडियम बोटुलीनम - यह नाम है एक ऐसे बैक्टीरिया का जो बिना ऑक्सीजन के भी जिंदा रह सकता है. यह बोटॉक्स बनाता है जिसका इस्तेमाल प्लास्टिक सर्जन त्वचा को कोमल बनाने के लिए करते हैं. लेकिन यही बैक्टीरिया अगर खाने में डल जाए तो जान ले सकता है. इससे ना केवल हाथों पैरों की, बल्कि सांस और धड़कन के लिए जिम्मेदार मांसपेशियों को में भी लकवा मार सकता है.
सलाद से खतरा
यूरोप में लोग सलाद बहुत चाव से खाते हैं. 2011 तक जर्मनी में अंकुरित दाल भी काफी लोकप्रिय थी. उस साल देश में ई. कोलाई बैक्टीरिया के कारण 53 लोगों की जान गयी. पहले माना गया कि यह बैक्टीरिया खीरे और टमाटर से आया. इसलिए कई टन खीरे टमाटर फेंक दिए गए. फिर पता चला कि यह अंकुरित दाल से फैला. हालांकि खाने को पकाने पर यह बैक्टीरिया मर जाता है.
दूध से दोस्ती
20 डिग्री के तापमान वाला दूध बैक्टीरिया के लिए जन्नत जैसा है. इस तापमान पर वे बहुत ही तेजी से बढ़ते हैं. इंसान को यह बात सदियों पहले ही पता चल गयी थी. इसी का इस्तेमाल करते हुए किसी संस्कृति में दही का तो किसी में चीज का चलन शुरू हुआ. चीज के रूप में दूध को कई महीनों तक संभाल कर रखा जा सकता है.
लाखों जानें
कैम्पाइलोबैक्टर और सालमोनेला जैसे बैक्टीरिया मांसाहारी आहार से फैलते हैं. कई देशों में मांस को बहुत ज्यादा पकाने का चलन नहीं है. ऐसे में इनके फैलने का खतरा और बढ़ जाता है. इनसे होने वाली बीमारी टाइफस के कारण हर साल दुनिया भर में तीन करोड़ से ज्यादा मौतें दर्ज की जाती हैं.
साफ पानी जरूरी
नोरोवायरस का संक्रमण बहुत आसानी से एक से दूसरे व्यक्ति को फेलता है. यह वायरस पेट में गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार है. बहुत ज्यादा उल्टी दस्त होने से जान पर भी बन सकती है. बचाव के लिए जरूरी है कि हमेशा साफ पानी पिएं.