मंथन 157 में खास
५ नवम्बर २०१५जिम में ट्रेडमिल पर भागते हुए बहुत से लोग ईयरफोन्स लगाना पसंद करते हैं. गाने की बीट्स जितनी तेज, कदम भी उतनी ही तेज भागते हैं. लेकिन दिक्कत तब आती है, जब ईयरफोन्स बार बार गिरते रहते हैं. कई बार तो तारें भी परेशान करती हैं, इसलिए लोग हेयरबैंड जैसे दिखने वाले बड़े बड़े हैंडसेट लगा लेते हैं. पर इनसे भी कई बार सर दुखने लगता है. इन सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है एक छोटा सा, बिलकुल कॉम्पैक्ट स्मार्ट फिटनेस ईयरफोन, जिसका नाम है, द डैश. इसे केवल दौड़ते समय ही नहीं, बल्कि स्विमिंग पूल में तैरते हुए भी आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है.
समंदर में दबा बारूद
जर्मनी की पश्चिमोत्तर सीमा में नॉर्थ सी और बाल्टिक सी में द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद एक लाख टन से ज्यादा विस्फोटक और बेहद घातक रसायन डुबोये गए. अतीत के ये जख्म आज भी हरे हैं. मंथन की खास रिपोर्ट में देखिए कि इन्हें कैसे निष्क्रिय किया जाता है.
जर्मनी में छात्र जीवन
जर्मनी विदेशी छात्रों की पहली पंसद बनता जा रहा है. यहां की यूनिवर्सिटियां अपनी खूबसूरती के साथ ही सस्ती पढ़ाई के लिए भी मशहूर हैं. जर्मनी की यूनिवर्सिटियों में ट्यूशन फीस नहीं ली जाती. पढ़ाई खत्म करने के बाद तकरीबन आधे विदेशी छात्र यहीं रुक जाते हैं. इन्हीं में से एक हैं ईरान के जवाद मोला, जिनसे कराएंगे इस बार आपकी मुलाकात.
प्राकृतिक फेफड़े
आईवरी कोस्ट का बांको नेशनल पार्क पश्चिम अफ्रीका के सबसे खूबसूरत इलाकों में से एक है. इसके प्राकृतिक जंगल में कई दुर्लभ पेड़, पौधे और जीव रहते हैं. अबिजान जैसा महानगर देश के लोगों को अपनी तरफ खींचता है. लेकिन पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से शहर हांफने लगा है. हवा बुरी तरह दूषित हो चुकी है. एक स्थानीय पर्यावरण संरक्षक ने इससे लड़ने का बीड़ा उठाया और अब लोग भी कुदरत को बचाने के लिए उनके साथ आ रहे हैं.
इस सब के अलावा ले चलेंगे आपको एक ऐसे स्क्रैप यार्ड में जहां हर महीने 70 हजार टन मेटल क्रश होता है. साइंस की इन दिलचस्प रिपोर्टों के लिए देखना ना भूलें मंथन, शनिवार 11 सुबह बजे, डीडी नेशनल पर.
ओएसजे/आईबी