कसाब ने की बॉम्बे हाईकोर्ट में अपील
४ जून २०१०26 नवंबर को मुंबई पर आतंकी हमले के दोषी कसाब ने अपनी अपील विशेष अदालत के फैसले के साथ हाईकोर्ट की कानूनी सेवा कमेटी को भेजी है. ये कमेटी आर्थिक रूप से कमजोर और ऐसे दूसरे लोग जो वकील की सेवा नहीं ले सकते उन्हें कोर्ट की तरफ से वकील मुहैया कराती है.
इसी साल 6 मई को मुंबई की एक विशेष अदालत ने कसाब को मौत की सजा सुनाई. कसाब के पास हाईकोर्ट में अपील करने के लिए 60 दिन का समय है लेकिन उससे पहले ही वो हरकत में आ गया. ये अपील जल्दी ही कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जे एन पटेल औऱ वरिष्ठ न्यायाधीश रंजना देसाई के सामने रखी जाएगी.
विशेष अदालत में सुनवाई के दौरान भी कसाब को वकील की सेवा मुहैया कराई गई थी. कसाब के पास हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकीलों के पैनल में से किसी को भी अपने बचाव के लिए चुनने की आजादी है. कसाब के लिए वकील मुहैया कराने का सारा खर्चा सरकार उठाएगी.
इधर ट्रायल कोर्ट ने भी कसाब को दी गई मौत की सज़ा की पुष्टी के लिए अपना फैसला हाईकोर्ट को भेजा है. हाईकोर्ट कसाब और ट्रायल कोर्ट की याचिका पर एक साथ सुनवाई करेगी. राज्य सरकार मुंबई हमले के दो और आरोपियों फहीम अंसारी और सबाहुद्दीन अहमद को छोड़ देने के फैसले के खिलाफ भी अपील करने का मन बना रही है. इन दोनों पर हमले के लिए नक्शा बनाकर लश्कर ए तैयबा को देने का आरोप है.
सरकार को हाईकोर्ट के सामने कसाब की पेशी के लिए सुरक्षा का पुख़्ता इंतजाम भी करना पड़ेगा. इससे पहले कसाब की सुनवाई के लिए आर्थर रोड जेल में ही मुकदमे की कार्रवाई हुई. यहां जेल में कसाब के लिए बुलेटप्रूफ कमरा बनवाया गया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/निखिल रंजन
संपादनः आभा मोंढे