कश्मीर में चार मौतों के बाद तनाव बढ़ा
७ जुलाई २०१०हिंसा के बाद पूरी कश्मीर घाटी में तनाव का माहौल है और सूत्रों का कहना है कि हालात पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार सेना की मदद ले सकती है.
मंगलवार सुबह लोगों को खबर मिली कि बटमालू इलाके में एक युवक की मौत हो गई. इस युवक की मौत कैसे हुई, इस बारे में अलग अलग सूचनाएं आईं. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पुलिस युवक का पीछा कर रही थी और बचने के लिए उसने नहर में छलांग लगा दी. उसकी मौत डूबने की वजह से हुई. लेकिन प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि इस युवक को पुलिस ने मारकर नहर में फेंक दिया.
इस युवक की मौत की खबर के बाद घाटी में प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया. हुर्रियत ने छात्रों से प्रदर्शन करने की अपील की थी, लेकिन सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों कों बंद रखा. इसके बावजूद कई इलाकों में भीड़ हाथों में पत्थर लेकर सड़कों पर उतर आई. भीड़ ने पुलिस और सुरक्षाबलों पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए. आरोप है कि जवाब में पुलिस ने गोली बारी की. इस गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई.
मरने वालों में फयाज अहमद वाणी नाम का एक युवक और फैंसी नाम की एक 25 वर्षीय महिला शामिल हैं. फयाज की मौत गर्दन में गोली लगने से हुई. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस ने पत्थर फेंक रही भीड़ पर गोलियां चलाईं, तभी फयाज को गोली लगी.
इसी इलाके में फैंसी को भी गोली लगी. हालांकि पुलिस का कहना है कि यह गोली भीड़ को तितर बितर करने के लिए हवा में चलाई गई थी.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए जमाल