कराची में पुलिस स्टेशन बना निशाना, 18 की मौत
१२ नवम्बर २०१०आतंकवादियों ने कराची के सुरक्षित समझे जाने वाले इलाके में सीआईडी ऑफिस को अपना निशाना बनाया. यह इलाका पांच सितारा होटलों के पास है जहां आमतौर पर अमेरिका और पाकिस्तान के बड़े अधिकारी आते रहते हैं. पुलिस दफ्तर के पास आतंकवादियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी और पुलिस के साथ गोलीबारी हुई. इसके बाद आतंकवादियों ने ट्रक बम में विस्फोट कर दिया जिससे जान माल की हानि हुई है.
पुलिसकर्मी मोहम्मद अरशद ने बताया, "मैंने तेज धमाके की आवाज सुनी. मैं घटनास्थल की ओर भागा और कई लाशों को देखा. कई घायल वहां कराह रहे थे. एक एक कर मैंने लोगों को उठाया और उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने में मदद की. जो कुछ मैंने देखा वह मेरी कल्पना से बाहर की बात है." जिस पुलिस दफ्तर को आतंकवादियों ने निशाना बनाया है वहां संदिग्ध आतंकवादियों को पकड़ कर उनसे पूछताछ होती है.
कराची के जिन्ना अस्पताल में डॉक्टर सेमी जमाली ने 100 से ज्यादा लोगों के घायल होने की पुष्टि की है और उनके मुताबिक मृतकों में एक महिला पुलिसकर्मी भी है. घटनास्थल के आसपास के इलाके में कांच बिखरा पड़ा है. राहतकर्मी सर्चलाइट लगाकर मलबे में से घायलों को निकालने में जुटे हैं. पुलिस अधिकारी तारिक रज्जाक ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि पुलिस दफ्तर की इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई है.
सिंध पुलिस के प्रमुख सलाहुद्दीन बाबर ने बताया कि हमलावरों ने सुरक्षा घेरे को तोड़ कर पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी. "पहले पुलिस और आतंकवादियों में गोलियां चलीं और फिर विस्फोटकों से भरा ट्रक उड़ा दिया गया." रिपोर्टों के मुताबिक जिस वक्त हमला हुआ उस समय पुलिस स्टेशन में किसी बड़े आतंकवादी से पूछताछ नहीं हो रही थी.
तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली है. तालिबान के प्रवक्ता आजम तारिक ने एएफपी को फोन कर बताया, "हम इस घटना की जिम्मेदारी स्वीकार करते हैं. वे हमारे साथियों को गिरफ्तार कर उन्हें यातना देते हैं. जो भी इस तरह की हरकत करेगा हम उन्हें निशाना बनाएंगे." हमले में पांच पुलिसकर्मियों समेत 18 लोगों की मौत हुई है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य