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कभी कोई फिक्सर मुझसे नहीं मिला: गांगुली

३ सितम्बर २०१०

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि ऐसा मौका कभी नहीं आया कि उनसे किसी मैच फिक्सिंग करने वाले (बुकी) ने मुलाकात की हो. गांगुली के मुताबिक सचिन, राहुल द्रविड़ और कुबंले के साथ भी ऐसा कभी नहीं हुआ.

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ऐसा तो कभी नहीं हुआतस्वीर: AP

पाकिस्तानी खिलाड़ियों के स्पॉट फिक्सिंग में फंसे होने का मामला गर्म है और ऐसे में आशंका गहरा रही है कि हाल के समय में क्या कभी ऐसा भारतीय टीम के साथ भी हुआ या फिर हो रहा है. ऐसे में सौरव गांगुली इन आशंकाओं को खारिज करते हैं और अपनी कप्तानी को पाक साफ बताते हैं. गांगुली की माने तो न तो उनसे और न ही सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले से किसी बुकी ने मुलाकात की.

क्रिकेटरों से जिम्मेदारी बरतने की अपील करते हुए गांगुली ने कहा कि आईसीसी पुलिस का काम नहीं कर सकती और न ही खिलाड़ियों पर हर समय नजर रखी जा सकती है. एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में गांगुली ने कहा, "आईसीसी कोई पुलिस स्टेशन नहीं है. इसके कुछ अपने नियम हैं. अगर उनका उल्लंघन होता है तो फिर कार्रवाई की जाती है. वैसे कोई भी सिस्टम ऐसा नहीं है जिसमें खामियां न हों."

स्पॉट फिक्सिंग घोटाले पर सवाल पूछे जाने पर गांगुली ने कहा कि उनके अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान ऐसी बातों पर शायद ही किसी ने विश्वास किया हो. "मेरी कप्तानी के दौरान सट्टेबाजी का मामला तो टीम की बैठक के दौरान उठता था. सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले और मेरे बीच में इस पर बात भी हुई लेकिन कभी किसी बुकी ने हमारे पास फटकने की हिम्मत नहीं दिखाई."

गांगुली का कहना है कि बुकी भी खिलाड़ियों के स्तर को देखकर संपर्क करने या न करने का फैसला करते हैं. गांगुली के मुताबिक वह कभी भी यकीन नहीं कर सकते कि ऐसा होता है. कप्तान और उसके खिलाड़ियों को एक भूमिका निभानी होती है और उन्हें जिम्मेदारी का परिचय देना चाहिए. गांगुली ने मांग की है कि स्पॉट फिक्सिंग मामले में अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: महेश झा