ओबामा का ईरानी विपक्ष को समर्थन का आह्वान
११ जून २०१०राष्ट्रपति ओबामा ने वाशिंग्टन में कहा, यह स्पष्ट करना सभी आज़ाद लोगों और आज़ाद राष्ट्रों की ज़िम्मेदारी है कि हम उन लोगों के पक्ष में हैं जो आज़ादी, न्याय और सम्मान चाहते हैं. राष्ट्रपति ने कहा कि ईरानी जनता की हिम्मत सबों के लिए एक उदाहरण है.
12 जून 2009 को हुए चुनाव में राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद की जीत हुई थी. विपक्ष को सरकारी आंकड़ों पर भरोसा नहीं है. मतदान के बाद ईरान में इस्लामी क्रांति के बाद सबसे बड़े प्रदर्शन हुए. विरोध को दबा दिया गया, दर्ज़नों लोग मारे गए और सैकड़ों को गिरफ़्तार कर लिया गया.
ईरानी विपक्ष ने विवादास्पद चुनाव की वर्षगांठ पर रैली निकालने की घोषणा की थी लेकिन गुरुवार को रैली को रद्द कर दिया गया. सुधारवादी राजनीतिज्ञों महदी कारूबी और मीर होसैन मुस्सावी ने एक संयुक्त घोषणा में कहा कि 12 जून को शांतिपूर्ण और मौन सभा करने के आवेदन को अधिकारियों ने ठुकरा दिया. उन्होंने कहा कि मानवजीवन को ख़तरे में नहीं डालने के लिए रैली को रद्द कर दिया गया है.
अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने प्रदर्शन को रद्द किए जाने पर अफ़सोस जताया है और कहा है कि यह साफ तौर पर दिखाता है कि ईरानी सरकार ने विश्व भर में इतनी चिंता क्यों पैदा की है.
ईरान में विवादास्पद राष्ट्रपति चुनावों की वर्षगांठ से ठीक पहले अमेरिका ने सुरक्षा परिषद में ईरान के ख़िलाफ़ नए प्रतिबंध लागू करने के अभियान का नेतृत्व किया. पिछले साल सत्ता में आने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने तीन दशकों से ख़राब संबंधों को सुधारने के लिए वार्ता की पेशकश की थी, लेकिन अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि अहमदीनेजाद ने वार्ता की पेशकश पर कभी गंभीरता से जवाब नहीं दिया.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एस गौड़