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ऑस्ट्रेलिया में साइबर क्राइम के खिलाफ अभियान

२ दिसम्बर २०१०

ऑस्ट्रेलिया की सरकार इंटरनेट पर होने वाले अपराधों को रोकने के लिए लोगों को जागरूक बनाने का अभियान चला रही है. हर तीसरे सेकंड एक पहचान की चोरी होती है और चोर आपकी पहचान का इस्तेमाल कर आपका खाता खाली कर सकते हैं.

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तस्वीर: dpa

क्रिसमस पार्टी से वापस लौटकर घर पहुंचने से पहले सिडनी के ऑयन ब्लैकवेल को कोई भनक ही नहीं थी कि उनके बैंक खाते को आधी दुनिया दूर से खाली कर दिया गया है. रोमानिया के कार्ड उड़ाने वाले एक गैंग ने उनकी निजी जानकारियां चुड़ा लीं और इटली में अपराधियों को बेच दिया. वे जब पब में बैठकर दोस्तों के साथ मौज मस्ती कर रहे थे, चोरों ने उनके खाते से 3000 डॉलर निकाल लिए.

जब 28 वर्षीय ब्लैकवेल टैक्सी वाले को भुगतान करने लगे तो पता चला कि उनके पास पैसा है ही नहीं. "मेरी आरंभिक प्रतिक्रिया थी, व्हाट द हेल?" बैंक ने इसकी पुष्टि कर दी कि उनका पैसा मिलान में निकाल लिया गया है लेकिन साथ ही यह भी कहा कि जांच में छह सप्ताह लगेंगे. साफ था बैंक ब्लैकवेल पर भरोसा नहीं कर रहा था उस शक था कि कहीं घोखाधड़ी में वो भी तो शामिल नहीं थे. वे कहते हैं, "अंत में मुझे पैसा मिल गया लेकिन मैं अब एटीएम पर कोडवर्ड देते हुए पैड को पूरी तरह ढक देता हूं और ऑनलाइन बैंकिंग में भी बहुत सावधानी बरतता हूं."

ब्लैकवेल दुनिया भर के 2 अरब इंटरनेट यूजर्स में उन 65 फीसदी में शामिल हैं जो साइबर अपराध के शिकार हुए हैं. यह कारोबार बहुत ही लाभदायक है और माना जाता है कि अवैध ड्रग कारोबार का कई गुना है. ऑस्ट्रेलिया के संघीय पुलिस के हाइटेक अपराध के प्रमुख नील गौअन कहते हैं, "पहचान की चोरी और उसके साथ निजी सूचनाओं का समझौता सभी कानून प्रवर्तन संस्थानों के लिए बढ़ती हुई समस्या है." इस तरह के अपराध से सभी देश और समाज का हर स्तर प्रभावित है.

ऑस्ट्रेलिया में साइबर सेफ्टी अभियान द्वारा जारी तथ्य चौंकाने वाले हैं. हर साल सवा चार करोड़ जाली एंटी वायरस प्रोग्राम डाउनलोड किए जाते हैं और उनके जरिए हर तीसरे सेकंड एक पहचान चुराई जाती है. उसके बाद यह जाली प्रोग्राम साइबर अपराधियों को यूजर के हर की की जानकारी देता है, पासवर्ड सहित.निजी जानकारियों का कारोबार बहुत साभदायी है. अपराधी जाली पासपोर्ट बनवा सकता है, ड्राइविंग लाइसेंस और दूसरे दस्तावेज बनवा सकता है और उनका लाभ उठा सकता है. डिजीटल चोर हर महीने 20 हजार डॉलर की कमाई कर सकता है.

एक पूरा प्राफाइल बनाने के लिए सिर्फ सात सूचना की जरूरत होती है और विशेषज्ञों का मानना है कि हर पांचवा ऑनलाइन शॉपर हमले का लक्ष्य बनेगा. नील गौअन चेतावनी देते हैं, "लोगों का मानना है कि ऐसा उनके साथ नहीं हो सकता."

अब ऑस्ट्रेलिया में सरकार और साइबर सुरक्षा कंपनी सिमांटेक एक रोड शो चलाकर लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक बनाने का प्रयास कर रही है.

रिपोर्ट: एएफपी/महेश झा

संपादन: एन रंजन