ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका को कुचला
१० मई २०१०भारत और पाकिस्तान को बुरी तरह हराने के बाद विजयी रथ पर सवार कंगारू टीम ने श्रीलंका को कुचला. कप्तान माइकल क्लॉर्क ने टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया. शुरूआत बेहद खराब रही और मध्य क्रम की बल्लेबाज़ी उखड़ गई. वाटसन एक और वार्नर नौ रन बनाकर आउट हुए.
मिडिल ऑर्डर की कमान संभालने वाले कप्तान माइकल क्लार्क 14, हैडिन 15 और डेविड हसी शून्य के स्कोर पर चलते बने. 11वें ओवर तक 67 के स्कोर पर आधी कंगारू टीम पैवेलियन में बैठ चुकी थी. लेकिन वह ऑस्ट्रेलिया टीम ही क्या जो घायल शेर की तरह ज़्यादा ख़ूंख़ार न बने. क्रीज़ पर माइकल हसी और कैमरॉन व्हाइट आए. धीरे धीरे पांव जमाते गए और बल्लेबाज़ी के बंवडर की तैयारी कर दी. दोनों ने मलिंगा, मेंडिंस और वेलगेंदारा की सुताई कर दी.
आख़िरी के नौ ओवरों में दोनों के बीच 101 की साझेदारी हुई. कैमरॉन व्हाइट ने छह चौके और छह छक्के जड़े, हसी ने चार बेहतरीन चौके दिखाए और एक छक्का मारा. टीम को 168 रन के अच्छे स्कोर पर पहुंचाने वाले व्हाइट 85 और हसी 39 रन बनाकर नाबाद लौटे.
बल्लेबाज़ी के बेहतरीन शो के बाद बारी कंगारू गेंदबाज़ों की थी. ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम के ख़िलाफ़ अनुभवी बल्लेबाज़ सनथ जयसूर्या और महेला जयवर्धने ओपनिंग करने उतरे. टी-20 क्रिकेट में दुनिया के सबसे पुराने और अनुभवी इन खिलाड़ियों का सामना पीले रंग की ड्रेस में आग की लौ की तरह चमक रहे ऑस्ट्रेलिया के युवा गेंदबाज़ों से था.
गेंद डिर्क नानेस के हाथ में दी गई और ज़बरदस्त फ़ॉर्म में चल रहे महेला जयवर्धने विकेट गंवा बैठे. जयसूर्या 14 गेंदों में पांच रन ही बना सके और नानेस की दूसरा शिकार बने. कप्तान संगकारा को शॉन टैट ले गए, पतझड़ जैसे माहौल में मिचेल जॉनसन ने तीन विकेट चटका कर श्रीलंका की कमर तोड दी.
एशियाई टीम की ओर से सबसे ज़्यादा 20 रन तिलकरत्ने दिलशान हीं बना सके. कंगारू गेंदबाज़ों ने 16.2 ओवर में श्रीलंका को 87 पर ऑल आउट कर दिया. कैमरॉन व्हाइट को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया.
श्रीलंका की इस क़रारी हार से भारत के सेमीफ़ाइनल में पहुंचने की उम्मीदें ज़िंदा है. मंगलवार को अगर भारत श्रीलंका पर बड़ी जीत हासिल करता है तो धोनी के धुरंधर टी-20 वर्ल्ड कप में बने रह सकते हैं. करो या मरो की स्थिति श्रीलंका के लिए भी. लेकिन एक बात तय हो चुकी कैरेबियाई धरती पर भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका जैसी एशियाई टीम नौसिखिए सी साबित हो चुकी है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़