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ऑफलाइन भी जासूसी करता है एनएसए

१६ जनवरी २०१४

अमेरिकी खुफिया एजेंसी एनएसए ने इंटरनेट के जरिए जासूसी कर दुनिया भर में लाखों लोगों का डाटा जमा किया है. ताजा रिपोर्टें बताती हैं कि इंटरनेट से ना जुड़े कंप्यूटर के डाटा भी एनएसए तक पहुंचते रहे हैं.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

अब तक इसी बात पर चर्चा चलती रही है कि इंटरनेट के जरिए जासूसी करने वाले सॉफ्टवेयर 'स्पाइवेयर' कंप्यूटर पर कैसे हमला करते हैं और सारा डाटा निकाल लेते हैं. इनसे बचने का सबसे सुरक्षित तरीका है ऑफलाइन रहना. लेकिन एनएसए के बारे में हो रहे ताजा खुलासे इसे गलत साबित कर रहे हैं.

न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार एनएसए के पास कम से कम एक लाख ऐसे कंप्यूटरों का डाटा जमा है जो ऑफलाइन थे. इसके लिए रेडिओ सिग्नल का इस्तेमाल किया गया. अखबार ने अनजान सूत्रों के हवाले से लिखा है कि एनएसए 2008 से क्वॉन्टम नाम के प्रोग्राम का इस्तेमाल कर रहा है. लेकिन इसे कंप्यूटर में या तो किसी चिप के साथ लगाया जा सकता है या फिर वैसे जैसे एक पेन ड्राइव या फिर यूएसबी केबल को कंप्यूटर से जोड़ा जाता है. इसका मतलब यह हुआ कि एनएसए ने या तो जासूसों को इस काम पर लगाया या कंप्यूटर बनाने वाली कंपनियों से ऐसा कराया.

भारत और चीन की जासूसी

रिपोर्ट में कहा गया है कि एनएसए और पेंटागन ने चीनी सेना पर नजर रखने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया. अमेरिका लंबे समय से चीन पर अमेरिकी कंपनियों की वेबसाइटें हैक करने के आरोप लगाता आया है. इसके अलावा रूसी सेना की भी इस तकनीक के जरिए जासूसी की गयी. साथ ही इसके जरिए मेक्सिको में ड्रग माफिया पर और यूरोपीय संघ में कई उद्योग संस्थाओं पर नजर रखी गयी.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

अमेरिका बार बार कहता रहा है कि एनएसए की जासूसी का मकसद आतंकवाद से लड़ना है. आतंकियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सउदी अरब और पाकिस्तान समेत भारत पर भी नजर रखी गई.

एएफपी को दिए बयान में एनएसए ने माना है कि वह "देश को विदेशी ताकतों से बचाने के लिए कई खुफिया तकनीकों का इस्तेमाल" करता आया है, "जैसा कि हम पहले भी कहते आए हैं, यह धारणा कि एनएसए मनमानी कर रहा है और कुछ भी जमा कर रहा है, गलत है. एनएसए की गतिविधियां केंद्रित हैं और केवल उन्हीं विदेशी खुफिया ताकतों के खिलाफ काम कर रही हैं जो हमारे सुरक्षा मामलों में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं."

ट्रेड सीक्रेट

एनएसए ने कहा है कि वह केवल अमेरिका की सुरक्षा के लिए काम कर रहा है और "विदेशी कंपनियों के ट्रेड सीक्रेट चोरी नहीं कर रहा." व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्नी ने भी एनएसए के बयान का समर्थन करते हुए कहा, "मैं उनके खास टूल्स के बारे में कोई बात नहीं करूंगा पर मैं इतना कह सकता हूं कि उनकी आम लोगों की निजी जानकारी में कोई रुचि नहीं है."

शुक्रवार को राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने संबोधन में एनएसए के काम पर सफाई देंगे. पिछले कई हफ्तों से वे एनएसए के साथ साथ एफबीआई और सीआईए के प्रमुखों से बातचीत कर रहे हैं और एनएसए के कामकाज में होने वाले बदलावों पर चर्चा कर रहे हैं.

आईबी/एमजे (एएफपी, रॉयटर्स)

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