एक साल की उपलब्धियां "ठीकठाक", पर संतुष्ट नहीं मनमोहन
२४ मई २०१०2009 के आम चुनावों में जीत के बाद सत्ता संभालने वाली यूपीए सरकार के पिछले 12 महीनों के रिकॉर्ड पर नजर डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उपलब्धियां ठीकठाक ही रहीं. नई दिल्ली में भारतीय और विदेश मीडिया से बातचीत में मनमोहन ने कहा, "हमने जो हासिल किया है, हमें उससे संतुष्ट नहीं होना चाहिए."
मनमोहन सिंह ने भारतीय अर्थव्यवस्था को विश्व मंदी के प्रभावों से बचाए रखने को अपनी सरकारी की सबसे अहम उपलब्धि बताया. उन्होंने कहा, "हमें इस साल विकास दर 8.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है." उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था आखिरकार 10 प्रतिशत की विकास दर भी हासिल कर ही लेगी, जो देश के करोड़ों लोगों को गरीबी से मुक्ति दिलाने के लिए अहम है.
बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर मनमोहन ने कहा, "मैं मानता हूं कि मुद्रास्फीति एक समस्या है. लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोलियम पदार्थों का संकट, सूखा और बाढ़, ये सभी भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित करते हैं." उन्होंने हाल के दिनों में लगातार बढ़ रही माओवादी हिंसा का भी जिक्र किया.
भारतीय प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के साथ "भरोसे की कमी" की समस्या से निपटने का संकल्प किया क्योंकि इसी के चलते 2008 के मुंबई हमलों के बाद रुकी समग्र बातचीत बहाल नहीं हो पा रही है. भूटान की राजधानी थिंपू में पाकिस्तान प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी से हुई हालिया मुलाकात का जिक्र करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, "पाकिस्तान हमारा पड़ोसी है. मैं मानता हूं कि भारत तब तक विकास की अपनी तमाम संभावनाओं का पूरी तरह उपयोग नहीं कर सकता, जब तक पाकिस्तान से उसके अच्छे रिश्ते नहीं होंगे." दो हफ्ते पहले ही भारत ने दोनों देशों के बीच विदेश मंत्री स्तरीय बातचीत का ऐलान किया है. भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा 15 जुलाई को इस्लामाबाद जा रहे हैं जहां वे पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात करेंगे.
इस प्रेस कांफ्रेंस में मनमोहन ने अपने रिटायरमेंट की बातों को भी खारिज किया. उन्होंने कहा, "हमने देश को एक ऐसी सरकार दी है जो काम कर रही है, जिसने देशों को उच्च विकास दर दी है, जिसने विकास दर में सबकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए तेजी से कदम उठाए हैं. इसलिए मुझे पूरा विश्वास है कि हम अपना कार्यकाल पूरा करेंगे."
मनमोहन सिंह ने संसद और विधानसभा में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण दिलाने की दिशा में हुई प्रगति को अपनी सरकार की अहम उपलब्धि बताया. नई सरकार के एक साल के कामकाज के बारे में उन्होंने यह भी कहा, "मैं पहला व्यक्ति हूं जो मानता है कि हम और ज्यादा कर सकते थे."
रिपोर्टः एजेंसियां ए कुमार
संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य