ईयू में लगी शरणार्थी कोटे पर मुहर
२३ सितम्बर २०१५ग्रीस और इटली की तरफ से बहुत सारे लोग लगातार यूरोप पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. यूएन रिफ्यूजी एजेंसी का अनुमान है कि अब तक 477,906 लोग मध्यपूर्व के देशों, अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्सों से यूरोप आ चुके हैं. कुछ यूरोपीय देशों ने इतनी बड़ी संख्या में पहुंच रहे लोगों को रोकने के लिए बॉर्डर कंट्रोल कड़ा कर दिया है. हंगरी ने सर्बिया से लगी अपनी सीमा पर कंटीले तारों वाली बाड़ बना दी है.
संघ के नेता शर्णार्थी संकट से निपटने को लेकर एकमत नहीं है. मंगलवार को प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान भी कई पूर्वी यूरोपीय देशों ने इसका विरोध किया. हंगरी, चेक गणराज्य, रोमानिया और स्लोवाकिया ने प्रस्ताव के विरोध में मत दिया जबकि फिनलैंड ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. शरणार्थियों के स्थानांतरण मसौदे पर सहमति बन जाने के बाद अब ब्रेसल्स में ईयू की आपात बैठक में यूरोपीय ब्लॉक की बाहरी सीमाओं को मजबूत बनाने और तुर्की, जॉर्डन, लेबनान एवं यूएन एजेंसियों के लिए अतिरिक्त धनराशि मुहैया कराने जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी.
सीरिया, अफगानिस्तान और एरिट्रिया जैसे कई संकटग्रस्त देशों से लोग अपनी जान बचा कर यूरोप की ओर आ रहे हैं. यूरोप में पहले से ही ग्रीस के आर्थिक संकट का साया था और उस पर शरणार्थियों के बढ़ते बोझ से कई सदस्य देश चिंतित हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल से फोन पर बात करने के बाद जारी किए एक बयान में सभी यूरोपीय देशों पर शरणार्थियों का "उचित हिस्सा" स्वीकार करने की अपील की. ओबामा के इस आह्वान की आलोचना भी हो रही है क्योंकि वॉशिंगटन खुद इस समस्या से निपटने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहा है. अमेरिका ने अगले साल 10,000 लोगों को शरणार्थी के तौर पर स्वीकार करने का आश्वासन दिया है. इस साल केवल जर्मनी में ही करीब 10 लाख सीरियाई शरणार्थियों को लिए जाने का अनुमान है.
इस स्थानांतरण समझौते के बारे में अधिकारियों ने बताया है कि इसके अंतर्गत 66,000 शरणार्थियों को ग्रीस और इटली से दूसरे ईयू देशों में ले जाया जाएगा. इसके अलावा ऐसे 54,000 और शरणार्थियों को भी हंगरी से यूरोप के दूसरे देशों में पहुंचाया जाएगा. योजना के तहत कई सीमावर्ती यूरोपीय देशों में खास हॉटस्पॉट केंद्र बनाए जाएंगे जहां शरणार्थियों और आर्थिक प्रवासियों को अलग किया जाएगा.
आरआर/एसएफ (एपी,एएफपी)