एंजलीना पर भड़के बोस्नियाई जंग के पीड़ित
१ दिसम्बर २०१०फिल्म में लड़की को बोस्नियाई मुस्लिम दिखाया गया है और इसी बात से बोस्निया के मुस्लिम नाराज हैं. 1992 से 1995 तक बोस्निया ने बेलग्रेड समर्थित सर्ब लोगों से जंग लड़ा.जंग के दौरान बड़े पैमाने पर अत्याचार हुए जिनमें संगठित तरीके से महिलाओं से बलात्कार भी हुआ. जंग के दौरान इन अत्याचारों के शिकार हुए लोगों का कहना है कि बलात्कार की शिकार कोई लड़की बलात्कारी से कैसे प्यार कर सकती है.
पीड़ित महिलाओं की मांग पर देश के संस्कृति मंत्रालय ने एंजलीना को दी गई फिल्म बनाने की इजाजत वापस भी ले ली लेकिन कुछ ही दिनों बाद इसे लौटा दिया गया. पीड़ित महिलाओं के संगठन की सदस्य बकीरा हजेसिक ने संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी यूएनएचसीआर को पत्र लिखकर एंजलीना से मुलाकात करने की मांग की है. एंजलीना यूएनएचसीआर की गुडविल एंबेसडर हैं.
विरोध के कारण एंजलीना ने अपनी फिल्म की ज्यादातर शूटिंग हंगरी में की. फिल्म की शूटिंग तो पूरी हो गई है लेकिन ये कब रिलीज होगी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. फिल्म का नाम भी नहीं तय है. एंजलीना ने कहा है कि उनका इरादा जंग पीड़ितों को नुकसान पहुंचाने का नहीं है और जो लोग भी फिल्म का विरोध कर रहे हैं उन्हें पहले ये फिल्म देखनी चाहिए.
एंजलीना 2001 से ही यूएनएचसीआर की गुडविल एम्बेसडर हैं. एंजलीना ने ये भी नहीं बताया है कि वो बोस्नियाई महिलाओं की संस्था के प्रतिनिधियों से मिलेंगी या नहीं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एस गौड़